रायपुर (छत्तीसगढ़)। पूर्व विधायक एवं लोकसभा प्रत्याशी विकास उपाध्याय ने बताया कि कौशल्या विहार के रहवासियों को जीवन-यापन करने में संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 5000 की आबादी वाले कॉलोनी की स्थिति बद से बत्तर है। लगातार 8-10 घंटे बिजली गोल (ब्लैकआउट) कर दिया जा रहा है और रात-रातभर बिजली गुल रहता है, लगातार बारीश होने से सड़कों में घुटने-घुटने तक पानी बह रहा है, गटर के ढक्कन खुले हुए हैं जिससे बड़ी अनहोनी कभी भी हो सकती है एवं आये दिन ढक्कन ओपन होने के कारण उस पर मवेशी गिरते रहते हैं, सिवरेज की भी शिकायतें लगातार आ रही हैं, स्ट्रीट लाईटें लगभग 80 प्रतिशत बंद हैं और जो चालू हैं वो भी बड़े ओहदे वालों व रसूकदार लोगों के घरों की सामने की लाईटें केवल चालू हैं। गार्डनों की ग्रील जाली भी लगभग चोरी हो चुके हैं और स्ट्रीट लाईटें बंद होने के कारण अपराध उस क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है और अंधेरे का फायदा उठाकर नशाखोरी भी बढ़ रही है। कौशल्या विहार में महिनों सफाई नहीं होती, गंदी सड़कें आपको देखने को मिलेगी, मवेशियों के मलमूत्र पड़े होने की वजह से बारीशों में आये दिन वहाँ टू-व्हीलर वालों का एक्सीडेंट हो रहा है। पिछले दिनों उन क्षेत्रों में बलात्कार और हत्या जैसी वारदात घट चुकी है और सूने मकानों को टारगेट कर लगातार वहाँ चोरियाँ भी हो रही हैं, पीने का पानी भी मुश्किल से 10 से 20 मिनट उपलब्ध हो पा रहा है उस पर भी फोर्स न के बराबर रहता है, नहाने तक के लिए वहाँ के रहवासी तालाबों का सहारा ले रहे हैं, जबकि हितग्राहियों को कहा गया था कि बिजली पानी की व्यवस्था चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगी।
विकास उपाध्याय ने माता कौशल्या विहार में विद्युत की स्थिति के बारे में बताया कि बिजली पैनलों को गैस सिलेण्डर के सहारे से सुखाया जा रहा है, उसके बाद बिजली चालू होता है और यह स्थिति इसलिए निर्मित हो रही है क्योंकि पैनलों को शेड में न रखकर खुले में रखा गया है और स्थिति यह है कि कोई जवाबदार उच्च अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं है। हजारों करोड़ों से बनाया गया कौशल्या विहार की स्थिति आप देख सकते हैं क्या है, यहाँ की स्थिति छोटे-छोटे गांवों से भी बत्तर है और यहाँ के रहवासी की स्थिति बहुत बुरी है। विकास उपाध्याय ने कहा कि जल्द से जल्द अगर कौशल्या विहार के रहवासियों की जायज मांगों को दुरूस्त कर बिजली पानी की समुचित व्यवस्था नहीं की जाती है तो एक बड़ा आन्दोलन किया जाएगा। आज इन सभी जायज मांगों के लिए उपाध्याय ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरूण साव, वित्तमंत्री ओपी चौधरी को पत्र के माध्यम से जल्द से जल्द निराकरण करने की अपील की है।