जगदलपुर। अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का आयोजन 14 नवंबर से 20 नवंबर 2024 तक बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों में किया गया। इस सप्ताह का समापन 20 नवंबर को बस्तर जिला सहकारी संघ मर्यादित, जगदलपुर द्वारा भानपुरी में आयोजित एक भव्य समारोह के साथ हुआ। इस अवसर पर सहकार भारती छत्तीसगढ़ की स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहकारिता, वन, जल संसाधन, जलवायु परिवर्तन और संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप थे। साथ ही, विशिष्ट अतिथियों में कई प्रमुख नेताओं और सहकार भारती के पदाधिकारियों ने भाग लिया:
श्री दिनेश कश्यप, पूर्व सांसद
श्री संतोष बाफना, पूर्व विधायक
हेमंत कुमार पांडे, प्रांत संगठन मंत्री, सहकार भारती
डॉ. लक्ष्मीकांत द्विवेदी, प्रांत अध्यक्ष
करुणा निधि यादव, प्रांत महासचिव
नुरनेश पानीग्राही, प्रदेश उपाध्यक्ष
श्री राजेश द्विवेदी, प्रदेश मंत्री
श्री सतेन्द्र, प्रांत एफपीओ अध्यक्ष
श्री किशोर साहू, संभाग प्रमुख
श्री वासुदेव नेगी, जिलाध्यक्ष, कोडांगांव
श्रीमती सुभद्रा साहू, महिला प्रमुख, जिला दंतेवाड़ा
इसके अतिरिक्त, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बस्तर के अधिकारी, कर्मचारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, किसान, और सहकारिता से जुड़े सैकड़ों लोग इस आयोजन में उपस्थित रहे।
सहकारी क्षेत्र के विकास पर जोर
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री केदार कश्यप ने सहकारी आंदोलन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सहकारिता को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार बताते हुए इसे सामाजिक और आर्थिक उन्नति का सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को मिलने वाले लाभों और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया।
डॉ. लक्ष्मीकांत द्विवेदी ने सहकारी संस्थाओं के माध्यम से ग्रामीण विकास और किसानों के सशक्तिकरण पर बल दिया। उन्होंने उपस्थित किसानों को सहकारिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
सहकार भारती की स्मारिका का विमोचन
समारोह के दौरान सहकार भारती छत्तीसगढ़ की स्मारिका का विमोचन किया गया। यह स्मारिका सहकारिता के विभिन्न पहलुओं, इसकी उपलब्धियों, और भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित है। यह सहकारिता आंदोलन को नई दिशा देने में सहायक साबित होगी।
बड़ी संख्या में जनता की भागीदारी
कार्यक्रम में बस्तर के किसान, सहकारी क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारी और सहकार भारती के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। आयोजन ने सहकारिता के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त की।
इस भव्य आयोजन ने सहकारिता की भावना को प्रोत्साहित करते हुए इसे ग्रामीण विकास और समृद्धि का मजबूत आधार बताया।