रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने कहा है कि शराब और ड्रग्स के प्रदेश में चल रहे गोरखधंधे पर चुनाव आयोग ने रोक लगाने की जरूरत बताकर प्रदेश सरकार को बेनकाब कर आईना दिखाने का काम किया है। आगामी विधानसभा चुनाव में शराब और ड्रग्स का व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल हो सकता है, इसकी आशंका व चिंता चुनाव आयोग ने अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस में व्यक्त कर दी है। श्री ठोकने ने कांग्रेस प्रभारी शैलजा के उस बयान को भी आड़े हाथों लिया जिसमें कांग्रेस प्रभारी ने महासमुंद में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा था कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है।
मातृ शक्ति के साथ खुली धोखाधड़ी किया है
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मीडिया प्रभारी श्री ठोकने ने शनिवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफिंग में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि शराब और मादक पदार्थों के अवैध कारोबार की गंध अब छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश में फैल रही है। गंगाजल हाथ में लेकर प्रदेशभर में घूम-घूमकर पूर्ण शराबबंदी की कसमें खाने वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने शराबबंदी के वादे से अपना पल्ला झाड़ लिया और हजारों करोड़ रुपए के शराब घोटाले को अंजाम देकर प्रदेश की जनता, खासकर मातृ शक्ति के साथ खुली धोखाधड़ी की।
ठोकने ने कहा छत्तीसगढ़ में चल रहा है शराब और ड्रग्स का गोरखधंधा –
श्री ठोकने ने कहा कि चुनाव आयोग की टीम ने दो दिन तक प्रदेश में प्रवास और लोगों से चर्चा करने के बाद एसपी-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में शराब और ड्रग्स के परिवहन, तस्करी व आपूर्ति पर चुनाव से पहले पूरी तरह रोक लगाने पर बल दिया है। चुनाव आयोग की टीम की यह चिंता बेहद गंभीर है। भाजपा ने भी इस मुद्दे पर समय-समय पर सरकार का ध्यान लगातार खींचा है लेकिन प्रदेश सरकार अपने घोटालों को अंजाम देने में मशगूल थी। अब चुनाव आयोग ने भी यह साफ कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में शराब और ड्रग्स का गोरखधंधा चल रहा है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मीडिया प्रभारी ने कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को बेनकाब किया
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मीडिया प्रभारी श्री ठोकने ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अब कांग्रेस प्रभारी शैलजा का शराबबंदी से मुकर जाना कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को बेनकाब करता है। श्री ठोकने ने प्रदेश सरकार के मंत्री कवासी लखमा के बिड़ी सुलगाते और धुआँ उड़ाते के वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री बघेल नशामुक्ति की बात करके प्रदेश को भरमाने में लगे हैं, वहीं उनके मंत्री कभी शराब सेवन, तो कभी नशा को बढ़ावा देते दिख रहे हैं! प्रदेश सरकार के मंत्री तो नशाखोरी के ब्राण्ड एम्बेस्डर बनते नजर आ रहे हैं।इस अवसर पर प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी उपस्थित थे।