साधना और त्याग से हम सनातनी होते हैं : कौशिक

 

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक इंडोर स्टेडियम में संत समागम कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने राष्ट्र संघ ललित प्रभ महाराज से मुलाकात कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि संतों की जिस स्थान पर आगमन पर होता है वह स्थान पुण्य व पवित्र हो जाता है। चतुर्मास का यह अवसर हम सबके लिए संकल्प, सात्विकता, सत्कर्म, समर्पण और त्याग के पथ को प्रशस्त करने वाला क्षण होता है।हम इस समय कठिन जीवनशैली के बीच रहकर अपनी संस्कारों को और मजबूत करते हैं।उन्होंने कहा कि चतुर्मास के बाद एक दिन ऐसा आता है जिसमें हम क्षमा याचना कर सबसे अपनी गलती के लिए माफी मांगते है।यह केवल मानव जीवन में ही संभव है।

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