शहडोल जिले के बुढ़ार विकासखंड के छोटकी टोला स्कूल में हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्रार्थना के समय छात्राओं में अचानक असंज्ञा की स्थिति उत्पन्न हो जाने के कारण वे एक-एक करके बेहोश हो जाते हैं। इस स्थिति में उन्हें होश में लाने के लिए स्कूल ने अंधविश्वास का सहारा लिया है, जिसमें झाड़फूंक का प्रयोग किया जाता है। झाड़फूंक के बाद छात्र होश में आ जाते हैं।
यह घटना बुढ़ार विकासखंड के छोटकी टोला स्कूल में हुई है, और इसके परिणामस्वरूप स्कूल के शिक्षक और छात्र-छात्राएं घबराए हुए हैं। हेडमास्टर ने बताया कि ऐसे मामले कभी-कभी होते रहते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं अब अधिक दिखाई देने लगी हैं। इसके विपरीत, खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है और पहले भी विकासखंड के बिलटिकुरी स्कूल में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। वहां भी स्टूडेंट्स इसी तरह की स्थिति में थे, जो कि किसी अज्ञात कारणों के चलते बेहोश हो गए थे। इसे किसी जादू-टोने का प्रभाव नहीं माना जा रहा है, बल्कि इसे कमजोरी जैसी बीमारी के रूप में देखा जा रहा है और इसका उपचार कराने की जरूरत है।