रायपुर/ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ रोज हो रहे अपराध से जनता का ध्यान भटकाने मे लगी है। प्रदेश में 8 महीने 600 से अधिक बलात्कार की घटनायें हो गयी, महिलाओं पर 3000 से अधिक अपराध हुए भिलाई में 4 साल की बच्ची के साथ, राजधानी में गेंग रेप, जशपुर में नाबालिक से गेंग रेप हो गया। घटनायें रोज हो रही सरकार उनको रोकने के बजाय लीपापोती में लगी बेशर्मी पूर्वक दो सहकर्मी के बीच हुए सामान्य विवाद को याद दिला कर महिला अपराधों को भाजपाई जायज ठहरा रहे है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा है कि कांग्रेस से भाजपा में गयी राधिका खेरा अपने परिवार के आर्थिक हितो के लिए मिथ्या प्रलाप कर रही है। यह स्पष्ट हो चुका है कि उनके साथ कांग्रेस दफ्तर में किसी ने भी कोई अभद्रता नहीं किया था। उनको अपनी मां की कम्पनी और चंदखुरी पर बनाई गयी डॉक्यूमेंट्री फिल्म के बिल की चिंता थी, इसीलिए उन्होंने सारा षड्यंत्र रचा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर झूठे आरोप लगाया। राधिका खेरा के साथ अभद्रता हुई थी, यदि वह सही बोल रही थी तो उन्होंने सुशील आनंद शुक्ला के नार्को टेस्ट की चुनौती को स्वीकार क्यों नहीं किया? राधिका को कांग्रेस ने क्या नहीं दिया? विधानसभा की दिल्ली से टिकिट दिया जिसमें उनकी जमानत जब्त हो गयी थी मात्र 2243 (बाईस सौ तिरालीस) वोट मिले थे। उसके बावजूद पार्टी ने उनको मीडिया कॉर्डिंनेटर बनाया। वे कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता कभी नहीं रही, झूठ बोलती है। मीडिया में छत्तीसगढ़ का प्रभार हाथ जोड़ कर लेती थी, कभी पूरी प्रभारी नहीं सह प्रभारी रही पहले जयबीर शेरगिल के साथ सहप्रभारी थी, बाद में भी सह प्रभारी अतुल लोंदे के साथ थी उनका अपने प्रभारियों से कभी नहीं बना।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा है कि राधिका बेशर्मी पूर्वक कहती है कि सुशील आनंद शुक्ला के परिवार का चेहरा सामने आ गया इसलिए कानूनी कार्यवाही नहीं की, एक इज्जतदार शरीफ आदमी पर मीडिया में झूठे आरोप लगाने के बाद क्या बचता है? राधिका को कांग्रेस के दफ्तर से इतना परहेज असुरक्षा लगता था फिर क्यों हाथ पैर जोड़ कर बार-बार छत्तीसगढ़ आती थी? उनका बार-बार यहां प्रभारी बनना यह बताता है कि उनको यहां मजा आता था, यही नहीं उन्होंने ला में एडमिशन रायपुर में लिया है, उनकी माँ की फ़िल्म कम्पनी यहाँ सम्भवनाये तलाश रही इसलिए राधिका कांग्रेस भाजपा के चक्कर लगा रही।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा है कि राधिका खेड़ा अति महत्वाकांक्षी, अवसरवादी महिला है, व्यक्तिगत और पारिवारिक स्वार्थ के लिए निम्न स्तर के राजनीति पर उतर आई है, भाजपा नेताओं को उनसे सावधान रहना चाहिए। कांग्रेस ने राधिका खेड़ा को नाम दिया, पद दिया जो भी उपलब्धियां राधिका ने हासिल की है और प्रसिद्धि पाई है वह कांग्रेस पार्टी ने ही दिया है। सामाजिक न्याय कांग्रेस की पहली प्राथमिकता है, महिलाओं का पूरा सम्मान है, भाजपा के मंत्री राम विचार नेताम ने तो 20 अप्रैल 2024 को लोकसभा चुनाव के दौरान राधिका खेड़ा को “सूर्पनखा“ कहा था, सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया था और राधिका ने भाजपा नेताओं को राक्षस बताया था, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ़ भी टिप्पणी की थी, व्यक्तिगत स्वार्थ में अब उन्हीं के दल में शामिल हो गई है, और अब भाजपा के इशारे पर जयचंद की भूमिका में है, बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रही है।