रायपुर: छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की ओर से वीआईपी रोड स्थित ऊर्जा पार्क (राजीव स्मृति वन) में मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों से शुल्क वसूले जाने की तैयारी हो रही है। रायपुर के डीएफओ (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) ने अपने सीसीएफ (मुख्य वन संरक्षक) को मॉर्निंग वॉक करने वालों से प्रतिमाह ₹500 लेने का प्रस्ताव भेजा है। इस फैसले को लेकर कांग्रेस ने तीखा विरोध जताया है।
विकास उपाध्याय ने उठाए सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विकास उपाध्याय ने इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बन जाएगा, जहां भाजपा सरकार के शासन में शुद्ध हवा लेने पर भी जनता से पैसा वसूला जाएगा। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि सरकार ऊर्जा पार्क के बहाने राज्य के अन्य बड़े पार्कों में भी मॉर्निंग वॉक के लिए शुल्क लागू कर सकती है।
आर्थिक नीतियों पर हमला
विकास उपाध्याय ने भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार कंगाल हो चुकी है। उन्होंने कहा, “भाजपा की केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार जनता की मेहनत की कमाई लूटने के नए-नए तरीके खोज रही है। मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के चलते देश की जनता पहले से ही महंगाई से त्रस्त है, और अब छत्तीसगढ़ में 9 महीने की भाजपा सरकार के दौरान लोग और अधिक परेशान हो रहे हैं।”
राजीव स्मृति वन का इतिहास
विकास उपाध्याय ने आगे कहा कि राजीव स्मृति वन का निर्माण राज्य की स्थापना के बाद कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ था। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार पार्क का रखरखाव सही ढंग से नहीं कर पा रही है और पहले भी कांग्रेस सरकार की कई योजनाओं को या तो बंद किया गया है या उनका नाम बदल दिया गया।
कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह इस फैसले का पुरजोर विरोध करेगी और इसे लागू होने से रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।