मंहगाई से त्रस्त जनता से साहूकारों की तरह ब्याज वसूलने में लगी है मोदी सरकार -कांग्रेस

रायपुर।कांग्रेस ने केंद्र सरकार द्वारा एक बार फिर बढ़ाए गए ब्याज के रेपो रेट को मोदी सरकार का अन्याय भरा कदम बताया है।कांग्रेस मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार जनता पर कमरतोड़ महंगाई, दिन-ब-दिन बढ़ती बेरोजगारी का बोझ डालने के बाद भी संतुष्ट नहीं है।भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दर (रेपो रेट) में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है जिसके बाद अब ब्याज की दरें 4.90% से बढ़कर 5.40% हो गई हैं। आम जनता मजबूरी में बच्चों की शिक्षा, ईलाज, घर, वाहन या विवाह के लिए लोन लेती है मगर संवेदनहीन मोदी सरकार द्वारा रेपो रेट में लगातार तीसरी बार की गई बढ़ोतरी के बाद लोन पर ब्याज दरों में 7.5% से 8% तक की वृद्धि हो जाएगी।अब गरीब और मध्यम वर्ग को हर माह अधिक ईएमआई पटाने को मजबूर होना पड़ेगा । महंगाई कम करने की बात करके केंद्र में बैठी मोदी सरकार जनता के साथ साहूकारों जैसा व्यवहार करके ब्याज वसूलने में लगी है। जनता के सुविधाओं पर ग्रहण बनकर बैठी मोदी सरकार ब्याज दरों में पिछले 93 दिन के भीतर 1.40% की बढ़ोतरी कर चुकी है। हाल ही में पिछले 8 जून को रेपो रेट में 0.50% की बढ़ोतरी की थी।

कांग्रेस मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार को मुनाफाखोरी की लत लग चुकी है। महंगाई का दंश झेल रही जनता को राहत देने के बजाय मोदी सरकार जनता को हर तरफ से परेशान करने में लगी है।पिछले आठ सालों में केंद्र सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि कर जनता से 26 लाख करोड़ रुपये वसूल लिए हैं।देश में थोक महंगाई दर 15 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। इसके बावजूद मोदी सरकार के वसूली का सिलसिला थम नहीं रहा है। मोदी सरकार के इस बेरहम कदम से कोई भी लोन लेने पर जनता को अतिरिक्त ब्याज का बोझ झेलना पड़ेगा। देश की अर्थव्यवस्था पहले ही गर्त की ओर जा रही है अब ब्याज दरों में वृद्धि के कारण व्यापार-व्यवसाय पर भी विपरीत असर पड़ेगा। अपने मित्र उद्योगपतियों के लाखों करोड़ का कर्ज माफ करने वाली मोदी सरकार देश की 130 करोड़ जनता पर लगातार बोझ डाल रही है।

 

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