रायपुर। भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कांग्रेस के प्रेस वार्ता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को याद है कि कैसे शांत छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के कार्यकाल में कवर्धा में प्रदेश के इतिहास में पहली बार दंगे हुए और पहली बार 11 दिन तक कर्फ्यू लगा। तब दीपक बैन जी सत्ता मके भ्रस्टाचार में आकंठ लिप्त थे इसलिए सवाल तक नहीं उठाये।
कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज जी जिस बस्तर संभाग से आते हैं वहां के एसपी ने अवैध धर्मांतरण को लेकर अपने मातहत को पत्र लिखा। बस्तर में स्थिति इतनी बिगड़ गई की कमिश्नर चुरेंद्र जी ने भी अवैध धर्मांतरण को लेकर कांग्रेस शासन को चेताते हुए पत्र लिखा। लेकिन सांसद होते हुए भी दीपक बैज जी ना तो बस्तर में अवैध धर्मांतरण रोकने की कोई पहल की ना आदिवासी संस्कृति बचाने का प्रयास किया। स्थितियां इतनी बिगड़ गई की धर्मांतरण की लड़ाई शमशान तक पहुंच गई और कांग्रेस शासन काल में प्रतिदिन पूरे बस्तर संभाग में अंतिम क्रिया को लेकर विवाद होते रहे परंतु दीपक बैज जी अपने तात्कालिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को एक शब्द नहीं कह पाए।
अनुराग अग्रवाल ने कहा कि बस्तर में आधा दर्जन से अधिक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की टारगेट किलिंग हुई तब भी दीपक बैज जी आंख मूंदे बैठे रहे।
उन्होंने कहा कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज जी को जवाब देना चाहिए कि कैसे अभी प्रदेश में होने वाले अधिकतर घटनाओं के सभी षड्यंत्र में कांग्रेस पदाधिकारी की भागीदारी साबित हो रहा है। चाहे बलौदा बाजार कांड हो जहां उनके विधायक को न्यायालय जमानत तक नहीं दे रही है चाहे सूरजपुर का हत्याकांड हो जिसमें एनएसएयूआई के जिला अध्यक्ष पूर्व पदाधिकारी सम्मिलित रहे रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष जी को छत्तीसगढ़ को अशांत करने के लिए यहां की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
अनुराग अग्रवाल ने कहां की दीपक जी अगर सचमुच छत्तीसगढ़ का भला चाहते हैं। तो सबसे पहले उन्हें अपने कार्यकर्ता और नेताओं को अपराध करने से रोकना चाहिए।