धमतरी कुरुद थाना क्षेत्र की निवासी हर्षा अग्रवाल ने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उनके और उनके पति के पुश्तैनी व्यवसाय एवं संपत्ति पर कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला कर संपत्ति को नष्ट किया, उनके साथ मारपीट की और पुलिस ने उचित कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
घटनाक्रम
हर्षा अग्रवाल का कहना है कि 5 अगस्त 2024 को कुछ लोग, जिनमें अंकिता अग्रवाल, स्नेहा अग्रवाल, रमन सर्राफ और उनके साथी शामिल थे, उनके व्यवसाय स्थल पर पहुंचे और धमकी दी कि वे उस जगह को खाली करें अन्यथा तोड़फोड़ करेंगे। इस घटना के बाद उन्होंने महिला हेल्पलाइन को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस द्वारा हल्का हस्तक्षेप किया गया और मामला शांत कर दिया गया।
इसके बावजूद, 11 अगस्त को एक गंभीर घटना घटी जब उनके पति को थाना कुरुद में बुलाया गया। इस दौरान कुछ अज्ञात लोग उनके दुकान पर पहुंचे और हर्षा अग्रवाल एवं उनकी बहन दिशा के साथ मारपीट की। आरोप है कि इन लोगों ने जेसीबी मशीन से उनकी संपत्ति को तोड़ दिया और उनका मोबाइल नाली में फेंक दिया।
पुलिस पर आरोप
पीड़िता का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया और उनकी शिकायतों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। उनके वकील का कहना है कि पुलिस को इस गंभीर मामले में सख्त धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करना चाहिए था, लेकिन साधारण और जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
हर्षा का कहना है कि उनकी संपत्ति को नष्ट करने और जान से मारने की धमकी देने के बाद भी पुलिस उनके साथ दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाया कि वे आरोपी पक्ष से मिलीभगत कर उनके परिवार को परेशान कर रहे हैं।
हर्षा अग्रवाल ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस अधीक्षक धमतरी से विशेष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक या उच्च अधिकारी के द्वारा होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने शासन और प्रशासन से आग्रह किया है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
हर्षा अग्रवाल का कहना है कि यदि उनके परिवार को किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो उसकी जिम्मेदारी आरोपी और थाना कुरुद की होगी। उन्होंने पुलिस विभाग से आग्रह किया कि उनकी संपत्ति और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।