कुंभ में भगदड़: ‘नदी में बहाई लाशें’, उठी जया बच्चन की गिरफ्तारी की मांग, जानें क्या बोले संत

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परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कुंभ पर सपा सांसद जया बच्चन के बयान पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि संसद में रहकर ऐसे सवाल उठाना उन्हें दुखी करता है. उधर, विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सपा सांसद जया बच्चन की गिरफ्तारी की मांग की है. वीएचपी के मीडिया इनचार्ज शरद शर्मा ने जया बच्चन पर झूठी बातें फैलाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.

जया बच्चान ने सोमवार (4 फरवरी, 2025) को कहा था कि मौनी अमावस्या अमृत स्नान में मरने वालों की लाशें नदी में बहा दी गईं, जिसकी वजह से इस समय सबसे दूषित पानी कुंभ का है.

शरद शर्मा ने कहा है कि जया बच्चन इस तरह के झूठे बयान देकर सनसनी फैला रही हैं. उन्होंने कहा कि महाकुंभ भक्ति और आस्था की बैकबोन है, जहां लोगों को धर्म, कर्म और मोक्ष प्राप्त होता है. स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, ‘संसद में होकर ऐसे सवाल उठाना मुझे दुखी करता है. मुझे राजनीतिक सवालों के जवाब देना पसंद नहीं है, लेकिन ये राजनीतिक मामला नहीं है. ये देश के बारे में है. प्रदूषण का मुद्दा उठाया गया कि इस समय प्रयागराज सबसे ज्यादा प्रदूषित है. मेरे ख्याल से प्रयागराज दुनिया का सबसे बड़ा शहर और जिला बन गया है.’

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, ‘प्रयागराज सबको जोड़ने वाले संयोजक बन गया है. इतना बड़ा उत्सव, जहां विदेश से लोग आ रहे हैं… करोड़ों लोग यहां आ रहे हैं… 33 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालू आए, लेकिन इनमें 3,300 भी वीआईपी नहीं थे. संगम का पानी दूषित नहीं है. जहां तक लाशों की बात है तो हमें कम से कम इस समय ऐसी बातें करने से बचना चाहिए. इंग्लैंड और अमेरिका से लोग मेरे पास आए उन्होंने मुझसे कहा कि वे लोग हादसे के समय वहां मौजूद थे और उन्होंने सब देखा.’

स्वामी सरस्वती ने कहा कि विदेश से आए लोगों ने पुलिस की तारीफ की कि पुलिस ने शांति बनाए रखी, भागे नहीं और लोगों को बचाने के लिए डटे रहे. पुलिस ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों के लिए दिन-रात काम किया. स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि पुलिसकर्मी भी इंसान हैं. हमें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. स्वामी सरस्वती ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस घटना के पीछे कोई साजिश है, जिसकी जांच होनी चाहिए और सच सामने लाया जाना चाहिए.

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