हमारा सांसे लेना हमारी बॉडी की रियल टाइम जानकारी देता है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपको पता भी नहीं चलता कि आपके सांस लेने का तरीका कैसे बदल जाता है। आप चेस्ट के बदले डायफॉर्म से ज्यादा सांस लेने लगते हैं। सांसें तेज हो जाती है जो गहरी नहीं होती क्योंकि स्ट्रेस कंडीशन आपके ब्रेन को ये मैसेज भेजता है कि आप खतरे में हैं। जबकि आप बड़ी आसानी से इस सिचुएशन को बदल सकते हैं, बस समुंदर की आती-जाती इन लहरों को देखकर। इसके लिए कुछ देर consciously अपनी ब्रीदिंग को चेंज करना होगा। आती लहरों के साथ सांस भरें और लौटती लहरों के साथ छोड़ दें। ये गांठ बांध लीजिए ये HOLISTIC LIFESTYLE अपनाना बहुत जरूरी है।
अगर आप चाहते हैं कि अस्पतालों के चक्कर ना लगे और ये सब होगा बस नेचर के करीब जाने से नेचुरल लाइफ स्टाइल अपनाने से। वैसे भी मौसम में उतार-चढ़ाव बना हुआ है सेहत के लिहाज से बेहद सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि सुबह-शाम चुभने वाली ठंड तो दोपहर आते-आते गर्मी लगने लगती है और इसी मौसम में वायरल-बैक्टीरिया-फंगस सबसे ज्यादा अटैक करते हैं। कमजोर इम्यूनिटी, एलर्जी, सांसों की दिक्कत, कमजोर लंग्स, टॉन्सिल और साइनस तो वैसे ही इस मौसम बढ़ जाते हैं। तो बस योग-आयुर्वेद को फॉलो कीजिए क्योंकि अब तो मॉर्डन मेडिकल साइंस भी ये मानती है कि ये बदलते मौसम की बीमारियों को दूर रखने में 100% फायदेमंद है।तो चलिए।।।तमाम मौसमी परेशानी को योग के जरिए दूर करते हैं।
खतरे में लंग्स- हेडर
- बैक्टीरिया
- वायरस
- फंगस
- पोलन
- रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर
- लंग्स में इंफेक्शन
- सांस नली में सिकुड़न
- चेस्ट में जकड़न-भारीपन
- सांस लेने में दिक्कत
अस्थमा पेशेंट- भारत में
- 3 करोड़ से ज़्यादा मरीज़
- फर्स्ट स्टेज वाले 82% बीमारी से अंजान
- देश में दुनिया के 13।09% मरीज़
अस्थमा की वजह – भारत में
- क्लाइमेट चेंज 50%
- केमिकल का इस्तेमाल 37%
- पॉल्यूशन-डस्ट 42%
- फिज़िकल एक्सरसाइज़ 13%
- लाइफस्टाइल हैबिट 28%
- स्ट्रेस 16%
फेफड़े बनेंगे फौलादी – क्या करें ?
- रोज प्राणायाम करें
- दूध में हल्दी लें
- त्रिकुटा पाउडर लें
- रात को स्टीम लें
अस्थमा पेशेंट्स – नुस्खे आजमाएं
- पानी में नमक मिलाएं
- गुनगुने पानी से गरारे करें
- जरूरत पड़ने पर स्टीम लें
नाक में ड्राइनेस – क्या करें?
- नारियल तेल लगाएं
- ऑलिव ऑयल लगाएं
- विटामिन ई लगाएं
- घी का इस्तेमाल करें
इम्यूनिटी बढ़ाएं – रामबाण उपाय
- एलोवेरा जूस
- गिलोय जूस
- शहद-नींबू पानी
गले में खराश – क्या है इलाज
- नमक पानी से गरारा
- बादाम तेल से नस्यम
- मुलैठी चूसनेसे फायदा
इम्यूनिटी होगी हाई-
- गिलोय-तुलसी काढ़ा
- हल्दी वाला दूध
- मौसमी फल
- बादाम-अखरोट
पोलन एलर्जी में रामबाण
- 100 ग्राम बादाम लें
- 20 ग्राम कालीमिर्च लें
- 50 ग्राम शक्कर लें
- बादाम,कालीमिर्च,शक्कर मिला लें
- दूध के साथ 1 चम्मच रोज खाएं
पोलन एलर्जी – कारगर नुस्खे
- अजवाइन डालकर स्टीम लें
- नमक पानी से गरारा करें
- जंक फूड से परहेज करें
- स्टीम बाथ लेना फायदेमंद
- ठंडा पानी बिल्कुल ना पीएं
आंखों में एलर्जी
- ठंडे पानी से आंखे धोएं
- गुलाब जल आंखों में डालें
- दूध-महात्रिफला घी खाएं
सिरदर्द नहीं होगा – कफ दूर करें
- 100 ग्राम पानी में1 चम्मच रीठा डालें
- एक चुटकी सोंठ,काली मिर्च पाउडर डालें
- छानकर 2-3 बूंद नाक में डालें