रायपुर/ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा भूपेश सरकार द्वारा युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिये जाने के निर्णय से घबरा गयी है तथा अनर्गल बयान बाजी में उतर आई है। 15 साल तक युवाओं का शोषण करने वाली भाजपा किस मुंह से बेरोजगारी भत्ता देने बनाए गए नियमों पर सवाल उठा रही है? भाजपा को बेरोजगारी भत्ता पर सवाल पूछने से पहले दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने के अपने वादा का विश्लेषण करना चाहिये और प्रदेश के युवाओं को बताएं की नरेंद्र मोदी की सरकार ने 9 साल में प्रदेश के कितने युवाओं को रोजगार दिया है? दो करोड़ प्रतिवर्ष के हिसाब से प्रदेश के 43 लाख युवाओ को रोजगार मिलना था नरेंद्र मोदी की सरकार प्रतिवर्ष दो करोड रोजगार देने में असफल रही हैं और उल्टा मोदी सरकार की गलतियों नासमझी के चलते अब तक 23 करोड़ हाथों से रोजगार छीना जा चुका है। यानी प्रति वर्ष लगभग 2 करोड़ 5 लाख 55 हजार 555 हाथों से रोजगार छीना गया है। मोदी सरकार की तरह ही पूर्व की रमन सरकार ने भी प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा और छल किया था 2003 में 12वीं पास युवाओं को 500 रू. प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर वादा पूरा नहीं किया था और उल्टा सरकारी नौकरी को आउटसोर्सिंग के माध्यम से बेचकर प्रदेश के युवाओं को हक अधिकार से वंचित किया था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में बेरोजगारी भत्ता देने का वादा नहीं किया था। कांग्रेस रोजगार देने में विश्वास रखती है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने 4 साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार,स्वरोजगार,और सरकारी नोकरी देने में सफलता हासिल की है। और रोजगार मिशन के माध्यम से आने वाले 5 साल में 15लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बेरोजगारी भत्ता देने का निर्णय प्रदेश की युवाओं के साथ न्याय हैं। बेरोजगारी भत्ता के दौरान प्रदेश के युवाओं को रोजगार संबंधित ट्रेनिंग दी जाएंगे। निजी क्षेत्रों सरकारी विभाग में नौकरी के अवसर मिलेंगे इस दौरान ढाई लाख परिवारिक आए के युवाओं को 2500 रू. बेरोजगारी भत्ता आर्थिक मदद के तौर पर मिलेगा। यह प्रदेश के युवाओं के प्रति सरकार ने अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है।