रायपुर । अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एसबीएच वूमन हॉस्पिटल के अनुभवी विशेषज्ञों ने 43 वर्ष की महिला और उसके 50 वर्षीय पति को उनकी खुशी लौटाई। अधिक उम्र और जोखिम के बावजूद वे माता-पिता बनने में सफल हुए। उल्लेखनीय है कि उक्त महिला को उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी समस्या भी थी। अधिक उम्र के साथ-साथ यह चिकित्सीय परिस्थिति गर्भधारण के लिए जोखिम से भरा होती है। न्यू राजेन्द्र नगर, रायपुर स्थित एसबीएच वूमन हॉस्पिटल के विशेषज्ञों की टीम को स्वयं और अपने साथियों की काबिलियत और अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं पर पूरा भरोसा था। साथ ही उक्त दंपति को एसबीएच वूमन हॉस्पिटल पर भी पूरा भरोसा था। एसबीएच वूमन हॉस्पिटल के अनुभवी विशेषज्ञों ने इस भरोसे को टूटने नहीं दिया।
मध्य भारत के अत्याधुनिक अस्पताल एसबीएच वूमन हॉस्पिटल में उक्त महिला का आईवीएफ ट्रीटमेंट शुरू किया गया। आईवीएफ उपचार के पहले ही चक्र में वह गर्भवती हो गई। दूसरे ट्राइमेस्टर के अंतिम दिनों और तीसरे ट्राइमेस्टर में शुगर को नियंत्रित करने के लिए उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। इस दौरान इंसुलिन देकर मधुमेह को नियंत्रित किया गया। साथ ही इस दौरान पूरक आहार भी दिया गया ताकि ज़रूरी पोषक तत्व मिलते रहें।
इस दौरान महिला को कई बार भरती करना प़ड़ा। माँ बनने की अदम्य चाहत के कारण कठिन परिस्थितियों के बावजूद उस महिला का सपना पूरा हुआ। एसबीएच वूमन हॉस्पिटल डॉक्टर्स पर उस महिला के अटूट विश्वास ने उसका हौसला टूटने नहीं दिया।
गौरतलब है कि इस महिला के पहले भी दो बार मां बन चुकी थी। एक दुःखद हादसे में उन्होंने अपनी बड़ी संतान को खो दिया था। उनका दूसरा बच्चा मानसिक रूप से अस्वस्थ था। पति और पत्नी ने सात वर्ष तक कोशिश की कि उनकी एक और संतान हो, लेकिन नाकामयाब रहे। आखिर में उनकी इच्छाशक्ति और साईंबाबा अस्पताल के डॉक्टर्स के प्रयासों से बेटे के रूप में उनकी खोई हुई खुशी लौट आई। मध्य भारत के अत्याधुनिक अस्पतालों में से एक साईंबाबा अस्पताल में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी गंभीर और जटिल मामलो में यहाँ विशेषज्ञों की टीम ने उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं। हर मरीज़ को उत्कृष्ट उपचार देने के जज़्बे के साथ साईंबाबा अस्पताल के विशेषज्ञ अपने अनुभव, ज्ञान और समर्पण के साथ योगदान देते हैं।
अत्याधुनिक साईंबाबा अस्पताल एक मल्टीस्पेश्यालिटी हॉस्पिटल है। यहाँ शिशु व बाल रोग विशेषज्ञ की सेवाएँ भी उपलब्ध हैं। जन्म के समय यदि शिशु को ज़रूरत पड़े तो उपचार हेतु यहाँ अत्याधुनिक एनआईसीयू की सुविधा भी उपलब्ध है।