महासागरों के नीचे भी बहुत बड़ी दुनिया है. यहां कई तरह के जीवों की दुनिया बसी हुई है. समंदर में एक ऐसी दुनिया है जिसे देखकर वैज्ञानिक भी अब शोध में लग गए. यह ऑक्टोपस के घोंसले के बारे में है. जी हां, हमने अब तक चिड़ियों के घोंसलों के बारे में सुना था, लेकिन ऑक्टोपस के घोंसलों ने सभी को सोच में डाल दिया है. यह कैलिफोर्निया के तट से थोड़ी दूर डेविडसन सीमाउंट पर मिले हैं. यहां, झिलमिलाती गर्मी में, हजारों ‘मोती’ ऑक्टोपस, जिसका साइंटिफिक नाम ‘म्यूसोक्टोपस रोबस्टस’ है, वे संभोग करने, घोंसला बनाने और अपने अंडों को पालने के लिए इकट्ठा होते हैं|
2018 में खोजी गई यह नर्सरी अब तक की खोजी गई सबसे शानदार ऑक्टोपस घोंसला बनाने की जगह है. अब, साइट की निगरानी और निरीक्षण करने के लिए कई समुद्री वैज्ञानिकों की टीम ने गोता लगाया. मोंटेरी बे एक्वेरियम रिसर्च इंस्टीट्यूट (एमबीएआरआई) के समुद्री वैज्ञानिक जेम्स बैरी के नेतृत्व वाली एक टीम ने इस विशेष स्थान के आकर्षण का पता लगाया है. यह साइट ऑक्टोपस के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है कि ज्वालामुखी से निकलने वाली गर्मी अंडों के विकास को तेज करती है, जिससे उनके बच्चों के जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है. बैरी कहते हैं कि इस शोध से हमें यह पता लगाने में मदद मिली कि इतने सारे गहरे समुद्र के ऑक्टोपस वहां क्यों इकट्ठा होते हैं?
यहां क्यों हैं ऑक्टोपस के घोंसले?
यह समुद्र की सतह से 3,200 मीटर (10,500 फीट) नीचे, बाथपेलैजिक के स्थायी बर्फीले अंधेरे में है. लेकिन शोधकर्ताओं ने साइट के केंद्र में 2.5-हेक्टेयर क्षेत्र में घोंसले बनाने वाली 4,707 मादाओं की गिनती की, उनका अनुमान है कि पूरी नर्सरी में नर और मादा सहित लगभग 20,000 ऑक्टोपस हैं. ऑक्टोपस, कई समुद्री जीवों की तरह, ठंडे खून वाले होते हैं. डेविडसन सीमाउंट एबिस में तापमान, लगभग 1.6 डिग्री सेल्सियस होता है. इस तापमान पर मोती ऑक्टोपस के अंडे को फूटने में पांच से आठ साल लगने की उम्मीद है.
समंदर में 3 वर्षों के दौरान, शोधकर्ताओं ने दूर से संचालित वाहन का उपयोग करके 14 गोता लगाए. यहां उन्होंने बड़े पैमाने पर ऑक्टोपस का अध्ययन किया. सीमाउंट में पानी की हल्की सी चमक इस बात का संकेत थी कि उन्होंने इस स्थान को क्यों चुना. यह तब होता है जब गर्म पानी अधिक ठंडे पानी के साथ मिल जाता है. उन्होंने पाया कि ऑक्टोपस के घोंसले दरारों में होते हैं. वे दरारें ऐसी जगहें हैं जहां समुद्र तल के नीचे से गर्मी रिसती है, जिससे पानी 11 डिग्री सेल्सियस (51 फ़ारेनहाइट) या उससे अधिक तक गर्म हो जाता है|