Nostradamus Predictions : नास्त्रेदमस के द्वारा की गयी बहुत सी भविस्यवाणी सच हुई है उन्होंने 2023 को लेकर भी भविस्य वाणी की है और वह सच भी हुए है 1566 में अपनी मौत से पहले उन्होंने 6,338 भविष्यवाणियां की थीं, कुछ भविस्यवाणिया बेहद डरावनी और सच साबित हुई हैं तो आइए जानते है क्या है 2023 में क्या हुआ
शाही भवन पर आग –
साल 2023 में नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार शाही भवन पर आग बरसेगी. कई लोग इसे दुनिया खत्म होने तो वहीं कई लोग इसकी व्याख्या दुनिया के नए कानून से करते हैं. वही इसकी व्याख्य करने वाले इसे ब्रिटेन के शाही परिवार से जोड़ रहे हैं.
सूखे के बाद भयानक बाढ़-
ग्लोबल वार्मिंग को लेकर नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में चेतावनी दी है. भविष्यवाणी के मुताबिक ‘सूरत पहले तपेगा और फिर मछलियां उबल जाएंगी’. इसकी व्याख्या कर रहे लोग कहते हैं कि धरती पहले सूखेगी फिर भयानक बाढ़ से जनजीवन अस्त वस्त हो जाएगा.
मंगल पर मनुष्य की पहुंच –
नास्त्रेदमस के लिखा है ‘मंगल पर रोशनी गिर रही है’. इस भविष्यवाणी में मंगल ग्रह पर इंसानों की लैंडिंग की बात से जोड़ा जा रहा है. इन भविष्यवाणियों में उन्होंने इंसानों के मंगल ग्रह पर जाने और वहां जीवन खोजने का ईशारा करता है.
दो महान शक्तियों का मिलन –
नास्त्रेदम की भविष्यवाणी कहती है कि दुनिया की दो महान शक्तियां एक साथ नजर आएंगी. कई जानकार इसे चीन और रूस की बढ़ती नजदीकी से जोड़ रहे हैं तो कुछ इसे दुनिया में बढ़ती भारत की लोकप्रियता से माप रहे हैं क्योंकि भारत भी अब दुनिया के सामने एक नई शक्ति के रूप में अपनी जगह बना रहा है.
‘इंसान ही इंसान को खाएगा’-
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के मुताबिक साल 2023 में दुनियाभर के कई देश आर्थिक संकट से परेशान दिखाई देंगे. कोरोना और रूस-यूक्रेन वॉर के बाद कई देशों में बेरोजगारी चरम पहुंच जाएगी. लाखों लोग अपनी नौकरियां खो देंगे. नास्त्रेदमस लिखते हैं, ‘गेहूं की टोकरी इतना ऊपर उठेगी कि आदमी-आदमी को खा जाएगा।’
नास्त्रेदमस की इस घटना ने चौंकाया –
नास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसंबर, 1503 को फ्रांस के छोटे-से गांव सेंट रेमी में हुआ था. उन्होंने अपनी जवानी के दिनों से ही भविष्यवाणियां करनी शुरू कर दी थीं. एक घटना तो ऐसी थी, जिससे पूरे यूरोप में सनसनी फैल गई. एक बार वे अपने दोस्त के साथ इटली की सड़कों पर घूम रहे थे. तभी उन्होंने एक युवक को भीड़ में देखा. जब युवक पास आया तो उन्होंने सिर झुकाकर उसका अभिवादन किया. दोस्त ने हैरान होते हुए इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति आगे चलकर पोप का आसन ग्रहण करेगा. वह व्यक्ति फेलिस पेरेसी थे, जो 1585 में पोप चुने गए.