राजधानी में तीन दिवसीय कार्यक्रम की बनी रूपरेखा..
रायपुर/सतनामी समाज के विभिन्न प्रमुख संगठनों की संयुक्त बैठक रविवार को न्यू राजेंद्र नगर स्थित “मिनीमाता स्मृति भवन” में आयोजित हुई जिसमें सर्वसम्मति से इस वर्ष गुरु घासीदास जी की 267 वीं. जयंती पर्व पर राजधानी में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लेते हुए पूरी एकजुटता व आपसी भाईचारे के साथ इसे धूमधाम से मनाने का संकल्प लिया गया। इस दौरान समाजजनों को अभी से शोभायात्रा व जयंती की तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम आयोजन समिति संरक्षक श्रीमती शकुन डहरिया ,अध्यक्ष के.पी. खण्डे एवं प्रवक्ता चेतन चंदेल ने बैठक पश्चात तय कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की परंपरानुसार राजधानी में..
16 दिसम्बर को आमापारा प्लाजा से पंथी व आकर्षक झांकियों के साथ गुरुजी की भव्य शोभायात्रा निकलेगी।
17 दिसम्बर को न्यू राजेंद्र नगर में महिलाओं एवं युवतियों के लिए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व बच्चों के लिए प्रतिभा प्रतियोगिता होंगी ।
18 दिसम्बर को जयंती पर्व के दिन पवित्र जैतखाम में ध्वजारोहण, पंथी नृत्य, साहित्यिक संगोष्ठी व अलंकरण समारोह जैसे दिनभर कई आयोजन होंगे।
बैठक पश्चात दीपावली मिलन व संविधान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। समाज के लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर को याद करते हुए संविधान के उद्देश्यों का सामूहिक वाचन किया । इस दौरान सभी ने एक स्वर में कहा कि हमें संविधान का ज्ञान होना जरूरी है तभी हम अपने कर्तव्यों व अधिकारों की रक्षा कर पाएंगे।
तैयारी बैठक व कार्यक्रम में संरक्षक श्रीमती शकुन डहरिया, अध्यक्ष के.पी. खण्डे, डॉ.जे. आर. सोनी, एम.डी. माहिलकर, सुंदरलाल लहरे, एस.के. सोनवानी, सुंदरलाल जोगी, एच.एल. रात्रे, चेतन चंदेल, खेदु बंजारे ,बंशीलाल कुर्रे, किरपाराम चतुर्वेदी, लाला पुरेना, प्रकाश बंदे, चंपादेवी गेंदले, अमरौतिन भतपहरी, कृष्णकुमार बरमाल, के.एन. भारद्वाज, संतोष महिलांग, टिकेंद्र बघेल, मानसिंह गिलहरे, नंदू मारकंडे, घासीदास कोसले, मनीष कोसरिया, अरुण मंडल, बाबा डहरिया, गुलाब महिलांग, प्रेम बघेल ,आसाराम लहरे, सी.एल. रात्रे, तुलाराम टंडन, सुखदास बंजारे, द्रौपदी जोशी ,लक्ष्मी लहरे, रेनू कोसले, गोंदा बारले, ममता कुर्रे, संगीता बालकिशोर, डी. दर्शन ,महेश सोनवानी ,राजेंद्र मल्होत्रा, कमल कुर्रे, मानकचंद देशलहरा, एम. के. चंदानिया, सोनू जांगड़े, हेमंत कुर्रे, दिनेश जांगड़े, सीताराम खरे, जोहन पाटले, धनेश्वर सूर्यवंशी, नीरज कोसले, नंदकुमार गिलहरे, सनत गिलहरे, रोहित चतुर्वेदी, मनमोहन कुर्रे, सुजीत डहरिया, नारायण बंजारे, डॉ. चंद्रशेखर खरे, प्रेमशंकर लहरे, कमलेश घृतलहरे, मोहन चंदानिया, लोकेश्वर बेरवंश, नरेंद्र लहरे सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।