रायपुर। गुरुवार को निर्माता व हीरो मनोज राजपूत ने राजपूत समाज के लोगों के साथ राजधानी रायपुर के श्याम टॉकीज में अपने जीवन पर आधारित छत्तीसगढ़ी फिल्म गांव में जीरो शहर मा हीरो देखी।
गांव में जीरो शहर मा हीरो में अभिनय कर रहे मनोज राजपूत के किरदार और उनके जीवन में किए गए संघर्ष से प्रभावित होकर राजपूत समाज के लोग इतने प्रभावित हुए कि गुरुवार की शाम को 6 से 9 बजे वाले शो को बुकिंग कर समाज के युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को फिल्म को दिखाया। इसकी जानकारी जैसे ही निर्माता और हीरो मनोज राजपूत को हुआ और वे तत्काल वहां पहुंचे और समाज के साथ बैठकर फिल्म का आनंद लिया।
फिल्म देखकर बाहर निकलने के बाद समाज लोगों ने अपने अभिनय की तारीफ करते हुए उन्हें फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। इस दौरान समाज के कुछ लोगों ने कहा कि इतने संघर्ष करने और दो बार जेल जाने के बाद भी अपने काम के प्रति अडिग रहे और अपना तो नाम रौशन किया ही साथ ही समाज के लोगों को भी एक संदेश दिया कि चाहे जीवन में कितना भी संघर्ष करना पड़े लेकिन जिस काम को वे करने लिए ठान ले तो उसे पूरा करके ही छोडऩा चाहिए। इस अवसर पर मनोज राजपूत ने बड़े-बुजुर्गो से आर्शीवाद लिया और समाज के युवाओं और माता-बहनों से सिनेमाघरों में जाकर फिल्म को देखने की अपील की।
उल्लेखनीय हैं कि यह फिल्म मनोज राजपूत के जीवन पर आधारित है जिसमें बताया गया हैं कि मनोज की वास्तविक स्थितियां खराब होने की वजह से अपनी शिक्षा के लिए वह गांव को छोड़कर शहर आता है काफी संघर्ष करता है और इस दौरान उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ता है। इन सबके बावजूद वह अपने गांव की परंपरा और संस्कृति को कभी भी नहीं भूलता है। छोटे से रोजगार से शुरुआत कर व्यापार की दुनिया में बड़ा नाम बनाता हैं। फ़िल्म 2 रे सप्ताह में 14 सेंटर्स में जारी है
फ़िल्म के डिस्ट्रीब्यूटर्स माँ फिल्म्स तरुण सोनी है