हुलेश्वर प्रसाद जोशी द्वारा लिखित काव्य संग्रह “लिख दूँ क्या ?” के प्रथम संस्करण का प्रकाशन दिनांक 01.01.2024 को www.thebharat.co.in में Online माध्यम से हो चुकी है। इस किताब के हार्डकॉपी वर्जन का शीघ्र विमोचन होना प्रस्तावित है; विमोचन संबंधित जानकारी पृथक से दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस किताब की Online अध्ययन के लिए पाठकों को किसी भी प्रकार से राशि व्यय नहीं करना होगा, बल्कि www.thebharat.co.in में लॉगऑन करके कोई भी पाठक इसे पढ़ सकता है। इसके अलावा दिए गए QR Code को स्कैन करके भी किताब का अध्ययन किया जा सकता है।
लिख दूँ क्या ? काव्य सँग्रह मूलतः ठेठ ग्रामीण हिन्दी भाषा एवं छत्तीसगढ़ी बोली में लिखी गई है। कविता के माध्यम से जहाँ एक ओर निर्मल और निश्छल प्रेम को अमर करने के ध्येय से प्रेमी-प्रेमिकाओं के मुक्त कल्पनाओं की पराकाष्ठा को चित्रांकित करने का प्रयास किया गया है वहीं दूसरी ओर प्रेम प्रस्ताव के नाम पर रूप-सौन्दर्य एवं ललित कलाओं के दुरुपयोग का भी वर्णन है। कवि ने भावनाओं का निष्ठापूर्वक समावेश करते हुए अपनी रचनाओं के माध्यम से वर्तमान जनजीवन को वर्णित करने का प्रयास किया है।