देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि आज कैट के प्रदेश कार्यालय में कैट ने आचार्य श्री विद्यासागर जी को भावपूर्ण विनयाज्जली अर्पित कर उनके आर्दशों को अमल करने की अपील की।
राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि आज कैट के प्रदेश कार्यालय में कैट ने आचार्य श्री विद्यासागर जी को भावपूर्ण विनयाज्जली अर्पित कर उनके आर्दशों को अमल करने की अपील की।
राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि जैन समाज के महान संत श्री आचार्य विद्यासागर महाराज जी का शनिवार की रात लगभग ढाई बजे देवलोक गमन हो गया। वे डोगरगढ़ स्थित चन्द्रगिरी में सामधिस्थ हुए। रविवार को दोपहर में जैन धर्म के विधि-विधान के अनुसार चन्द्रगिरी समिति के राष्ट्रीय ट्रस्ट्रीयों ने चन्द्रगिरी ट्रस्ट परिसर में ही उनका अंतिम संस्कार किया। उन्होनें आगे कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी ने लोगों को जीवन का सही रास्ता दिखाया। जीवन भर बेहद कठोर नियमों का पालन किया। 22 वर्ष की उम्र मे ही दीक्षा ली, आजीवन नमक, चीनी, हरी सब्जी, दूध – दही का सेवन नहीं किया । हमेशा एक ही करवट सोते थे। हमें उनके आर्दशों को अपने जीवन में अमल करना चाहिए।
आचार्य श्री विद्यासागर जी को भावपूर्ण विनयाज्जली अर्पित करने कैट के पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे :- जितेन्द्र दोशी, सुरिन्द्रर सिंह, भरत जैन, जयराम कुकरेजा, महेश जेठानी, नरेश कुमार पाटनी, महेश खिलोसिया, विजय जैन, नागेन्द्र तिवारी एवं मोहन वर्ल्यानी आदि।