रायपुर पुलिस / प्रार्थिया श्रीमती कल्पना सिंह ने थाना विधानसभा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह पुलिस हाउसिंग बोर्ड कालोनी सरदार वल्लभ भाई पटेल परिसर आमासिवनी विधानसभा में रहती है। प्रार्थिया की भाभी जाली सिंह इसी परिसर स्थित मकान में अकेली रहती है तथा उसका भाई शिवपाल सिंह पुलिस विभाग में डाग स्क्वाड में सुकमा में नौकरी करता हैं। दिनांक 05.03.2024 के रात्रि करीबन 11.00 बजे प्रार्थिया की भाभी के पडोस में रहने वाले तारासिंग ने उससे फोन लगाकर पूछा कि तुम्हारी भाभी जाली सिंह कहीं गयी हैं क्या रात्रि 09.00 बजे से देख रहे है उसके घर के बाहर दरवाजा में ताला लगा हुआ हैं तथा वह मोबाईल फोन नहीं उठा रही हैं। तब प्रार्थिया अपनी भाभी के घर पास गयी तथा वहां पर उपस्थित लोगों ने उसके सामने पुलिस की उपस्थिति में जाली सिंह के घर का ताला तोड़कर दरवाजा खोले इसके बाद अंदर जाकर देखे तो प्रार्थिया की भाभी जाली सिंग की लाश मकान के बीच वाले कमरे में जमीन पर पडी थी टाईल्स में खून फैला था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने धारदार वस्तु से गले में चोट पहुंचाकर जाली सिंग की हत्या कर दिया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना विधानसभा में अपराध क्रमांक 141/2024 धारा 302 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
हत्या की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री संतोष सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध, नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम, थाना प्रभारी विधानसभा तथा प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना विधानसभा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर हत्या के सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थिया, मृतिका के पति सहित आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। घटना स्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटजों का अवलोकन करने के साथ ही प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गये। टीम के सदस्यों द्वारा तकनीकी विश्लेषण व सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों का विश्लेषण कर अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे, इसी दौरान तकनीकी विश्लेषण एवं सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों के विश्लेषण से अंततः आरोपी को चिन्हित करने में सफलता मिली। जिस पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना विधानसभा पुलिस की अलग – अलग संयुक्त टीमों को मुम्बई (महाराष्ट्र) एवं उत्तर प्रदेश रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा मुम्बई (महाराष्ट्र) एवं उत्तर प्रदेश में कैम्प कर आरोपी की पतासाजी की जा रहीं थी। इसी दौरान मुम्बई में कैम्प कर रहीं टीम को आरोपी के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई जिसे उत्तर-प्रदेश में कैम्प कर रहीं टीम को शेयर किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी जय सिंह की पतासाजी करते हुए रेड कार्यवाही कर आरोपी को भदोही (उ.प्र.) से गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में आरोेपी जय सिंह ने बताया कि वह मूलतः भदोही (उ.प्र.) का निवासी है तथा मुम्बई के कोनगांव कल्याण में नौकरी करता है, उसका संपर्क मृतिका से 04 वर्ष पूर्व सोशल मीडिया प्लेटफार्म टिक-टॉक एवं टिकी के माध्यम से हुआ था तथा दोनों के मध्य मोबाईल फोन में बातचीत होता था एवं दोनों रिल्स भी बनाते थे। इसी दौरान दोनों के मध्य प्रेम संबंध स्थापित हो गया। जिस कारण से आरोपी मृतिका से मिलने अक्सर रायपुर आया-जाया करता था। मृतिका अपने पति से पृथक रहती थी। मृतिका का आरोपी से प्रेम संबंध स्थापित होने पर वह आरोपी पर विवाह हेतु दबाव बनाने लगी। आरोपी के घर में भी मृतिका को लेकर अक्सर वाद-विवाद होता था। दिनांक घटना को आरोपी मुम्बई से हवाई मार्ग के रास्ते रायपुर आया एवं मृतिका के घर गया। मृतिका द्वारा उसे पुनः विवाह करने हेतु कहा गया जिस पर दोनों के मध्य इसी बात को लेकर विवाद हुआ एवं आरोपी ने मृतिका को धक्का दिया जिससे मृतिका के सिर में चोट लगीं तथा आरोपी ने पास रखें कैंची से मृतिका के गले में वार कर उसकी हत्या कर दिया तथा मकान के बाहर ताला लगाकर कि कोई मृतिका की मदद ना कर सके। इसके बाद आरोपी ई रिक्सा से रेलवे स्टेशन पहुंचकर पुरी एलटीटी एक्सप्रेस ट्रेन से बिना टिकट भुसावल पहंुचा एवं वहा से कमायनी एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर इलाहाबाद पहुंचकर भदोही में छिपा हुआ था।
मृतिका और आरोपी के सोशल मीडिया साइट्स लेन-देन की पड़ताल की जा रही है। आरोपी जय सिंह को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कैंची एवं 02 नग मोबाईल फोन जप्त कर आरोपी को रिमांड पर भेजा जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपी – जय सिंह उर्फ राहुल पिता सत्यनारायण सिंह उम्र 29 साल निवासी ग्राम पाली थाना सूरयामा जिला भदोही (उत्तर-प्रदेश)।
कार्यवाही में निरीक्षक दीपक पासवान थाना प्रभारी विधानसभा, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से उपनिरीक्षक सतीश पुरिया, सउनि. प्रेमराज बारिक, प्र.आर. रविकांत पाण्डेय, कुलदीप द्विवेदी, आर. मुनीर रजा, संतोष सिन्हा, सुरेश देशमुख, लालेश नायक, म.आर. बबीता देवांगन, थाना विधानसभा से उपनिरीक्षक सुशील वर्मा, प्र.आर. भुनेश्वर साहू तथा थाना खम्हारडीह से उपनिरीक्षक मनोज पटेल की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।