रायपुर/ पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के द्वारा चिटफंड घोटाले की जांच के लिये प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों से मिलने मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली जाने की पहल का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा स्वीकार करने के बाद छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाह रही है रमन कब चिटफंड कंपनियों के घोटाले की जांच की मांग करवाने किस तारीख को मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली जा रहे है? प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 27 जून को भी प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और वित्त मंत्री को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के चिटफंड घोटाले की जांच की मांग किया था। मोदी सरकार ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं किया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि चिटफंड कंपनियों का मकड़जाल छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के शासन काल में फला फूला है 15 साल तक स्वयं रमन सिंह उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा उनके पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता स्वयं उनकी पत्नी वीणा सिंह, पुत्र अभिषेक सिंह ने सरकारी रोजगार मेलों में चिटफंड कंपनियों का उद्घाटन किया था। उनका प्रमोशन किया था। तत्कालीन बड़े सत्ताधीशों के संरक्षण के कारण राज्य की जनता के गाढ़ी कमाई के 6000 करोड़ से अधिक रुपयों को चिटफंड कंपनियां डकार लिया। उस समय भी हितग्राहियों ने कंपनियों के खिलाफ आवाज उठाया था लेकिन तत्कालीन सरकार ने उनकी आवाज को नहीं सुना, उल्टा चिटफंड कंपनियों को सरंक्षण दिया था।
प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह, मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, वित्त मंत्री से मिलने का साहस दिखायें। चिटफंड घोटाले के साथ, पनामा पेपर में अभिषाक सिंह के नाम और छत्तीस हजार करोड़ के नान घोटाले की जांच की मांग करें ताकि उनके कार्यकाल में जनता के पैसों के घोटालों की सच्चाई सामने आ सके, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये। छत्तीसगढ़ की जनता को भी तो पता लगे कि सीएम मैडम कौन थी? ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम कौन थी?