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बीजापुर जिले में चलाए जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के तहत डीआरजी, बस्तर फाइटर, और केरिपु 85वीं वाहिनी के संयुक्त प्रयासों से छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
ये माओवादी अपनी खोखली विचारधारा, भेदभावपूर्ण व्यवहार, उपेक्षा और प्रताड़ना से तंग आ चुके थे।
- विच्चेम फरसी ऊर्फ बिज्जू (उम्र 35 वर्ष), पदनाम: बुरजी आरपीसी डीएकेएमएस उपाध्यक्ष, वर्ष 2007 से संगठन में सक्रिय थे।
- सदीप मोड़ियाम (उम्र 19 वर्ष), पदनाम: गोरना-मनकेली मिलिशिया सदस्य एवं मूलवासी बचाओ मंच उपाध्यक्ष, वर्ष 2022 से सक्रिय थे।
इन दोनों नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।