अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर योग करके प्राचीन सभ्यता की मान्यता जो योग स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है 21 जून (विश्व योगा डे) पर सुबह सवेरे 6 बजे विकास उपाध्याय ने पं. रविशंकर विश्व विद्यालय प्रांगण स्थित पूज्य महात्मा गाँधी जी के प्रतिमा के समक्ष योगा अभ्यास कर पुरे प्रदेश को स्वस्थ रहने का संदेश दिया |
योग का एकमात्र उद्देश्य आत्मा-परमात्मा के मिलन द्वारा समाधि की अवस्था को प्राप्त करना है। इसी अर्थ को जानकर कई साधक योगसाधना द्वारा मोक्ष, मुक्ति के मार्ग को प्राप्त करते हैं। योग के अन्तर्गत यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि को साधक चरणबद्ध तरीके से पार करता हुआ कैवल्य को प्राप्त कर जाता है।
पश्चिमी विद्वान ये मानते आये थे कि योग का जन्म करीब 500 ईसा पूर्व हुआ था लेकिन हड़प्पा और मोहनजोदड़ो में जो उत्खनन हुआ, उससे प्राप्त योग मुद्राओं से ज्ञात होता है कि योग का चलन 5000 वर्ष पहले से ही था।