रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री रामजी भारती ने काँवर यात्रियों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा किए जाने पर कांग्रेसियों की टिप्पणी को सनातन विरोधी प्रलाप बताकर तीखा हमला बोला है। श्री भारती ने कहा कि दरअसल कांग्रेसियों की राजनीतिक दुकान सनातन विरोध और हिन्दुत्व के प्रति घृणा से सजी पड़ी है और रह-रहकर अपनी इन दुकानों में बैठकर सनातन संस्कृति के खिलाफ विष-वमन करते रहना कांग्रेसियों की लत में शुमार हो गया है। श्री भारती ने कहा कि भूपेश सरकार के राज में इलाज के अभाव में प्रदेश के 39 हजार बच्चों की मौत से कलंकित कांग्रेस आज डायरिया के नाम पर घड़ियाली आँसू बहाकर ओछी राजनीति कर रही है, जबकि प्रदेश की भाजपा सरकार इस बीमारी के प्रसार पर अंकुश लगाने के तमाम उपायों पर पूरी संजीदगी और संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री भारती ने कहा कि सनातन के खिलाफ खुद को खड़ा बताने के लिए अब कांग्रेसी कार्ल मार्क्स के धर्म को अफीम बताए जाने तक को जस्टीफाई करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं कर रहे हैं। इससे यह भी साफ हो गया है कि वामपंथियों के रचे चक्रव्यूह में फँसी कांग्रेस विचारों से पूरी तरह कंगाल हो चुकी है कि अब वामपंथ के उधार के विचारों की बैसाखी पर अपने राजनीतिक वजूद को बचाने के ये घृणित उपक्रम कांग्रेस की नियति हो चले हैं। श्री भारती ने कहा कि कभी प्रदेश की राजधानी में प्रियंका वाड्रा के स्वागत में 2 किलोमीटर तक की सड़क को 6 हजार किलोग्राम गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों से कालीन की तरह सजाकर अपने सामंती चरित्र का शर्मनाक प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियो को आज काँवर यात्रियों का पुष्पवर्षा से स्वागत और अभिनंदन करने पर पेट में रह-रहकर मरोड़ उठ रहा है! यह पाखंड कांग्रेस के सनातन और हिन्दुत्व विरोधी राजनीतिक चरित्र को बेनकाब करने के लिए पर्याप्त है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री भारती ने कहा कि सनातन और हिन्दुत्व को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ करना ही कांग्रेस का डीएनए है। कांग्रेस कभी संसद में हिन्दुओं को हिंसक, नफरती और झूठा बताती है तो कभी सनातन संस्कृति को लेकर बेसिर-पैर की बातें करती रही है। प्राय: हर मौके पर पूरे देशभर में कांग्रेसियों ने अपनी राजनीतिक दुकानदारी चलाने के लिए हिन्दुत्व और सनातन संस्कृति के प्रति केवल नफरत को बेचने का काम किया है। श्री भारती ने कहा कि न केवल कांग्रेस, बल्कि उसके नेतृत्व वाले इंडी ठगबंधन के सहयोगी दल भी यही कर रहे हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे और वहाँ के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन संस्कृति को मच्छर से फैलने वाली डेंगू, मलेरिया बताकर उसके नष्ट होने की बात कही थी और खुद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे ने उदयनिधि के बयान को सही ठहराया था। कांग्रेस के कर्नाटक से सांसद डी.के. सुरेश ने तो देश विभाजन तक की बात कहकर अपने दुस्साहस का परिचय दे चुके हैं।