रायपुर/ मिनीमाता अमर रहे की जयघोष के साथ बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोगों ने रविवार को अपनी गुरुमाता व छ.ग. प्रदेश की प्रथम महिला सांसद स्व. मिनीमाता जी की 52 वी. पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए पंडरी स्थित आदमकद प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें आदरजंली दी
मुख्य आयोजन न्यू राजेंद्र नगर में संपन्न
राजधानी में गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी तथा राजश्री सद्भावना समिति के संयुक्त तत्वाधान में “मिनीमाता स्मृति दिवस व प्रतिभा सम्मान समारोह” का मुख्य आयोजन न्यू राजेंद्र नगर में आयोजित हुआ जहां मंगल भजनों की प्रस्तुति के साथ माताजी के कृतित्व को याद किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया जी ने कहा कि माताजी का संपूर्ण जीवन शोषण व वंचित लोगों के उत्थान व भलाई के लिए समर्पित रहा। उन्होंने बालिका शिक्षा, अस्पृश्यता निवारण सहित छ.ग.की अनेकों सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करवाई…
अध्यक्षता कर रही बिलाईगढ़ की विधायक श्रीमती कविता प्राण लहरे जी ने कहा कि माताजी ने विभिन्न जाति, धर्म व संप्रदाय से ऊपर उठकर एक ममतामयी महतारी के रूप में संपूर्ण नारी जाति को गौरान्वित किया।
विशिष्ट अतिथि राजश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष श्रीमती शकुन डहरिया जी ने कहा की आज माता जी के पदचिन्हों पर चलकर सतनामी समाज आगे बढ़ रहा है.. माता जी के उपदेश आज भी प्रासंगिक है।
उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं तथा बच्चों का हुआ सम्मान..
चिकित्सा, शिक्षा, पत्रकारिता, विधि, खेल, महिला जागरूकता, लोककला ,रक्तवीर, महिला उत्थान व सशक्तिकरण आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सतनामी समाज की 51 महिलाओं को प्रतीक चिन्ह, बुके,प्रशस्ति पत्र व साडी भेंटकर सम्मानित किया गया इसी तरह कक्षा 10वीं /12वीं बोर्ड के 150 से भी अधिक प्रतिभावान बच्चों को साल,प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो सहित कॉपी, पेन का सेट प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी लगाई गई जहां डॉ.ताम्रध्वज पात्रे जी अपनी पुरी टीम के साथ सेवाएं देते रहे। शिविर का 500 से भी अधिक लोगों ने लाभ लिया।
कार्यक्रम में इनकी रही गरिमामय उपस्थिती..
इस पूरे आयोजन में संरक्षक श्रीमती शकुन डहरिया,अध्यक्ष के.पी. खण्डे,महासचिव डॉ.जे.आर. सोनी,डी.एस.पात्रे, एम.डी. माहिलकर, एच.एल. रात्रे, एस.के. सोनवानी, एस. आर.बाधे, के. एल. रवि, कपिल भारद्वाज, चेतन चंदेल, जी.आर.बाघमारे, आर. के. पाटले, प्रकाश बांधे, टिकेंद्र बघेल,सुखनंदन बंजारे, विनोद भारती, अरुण मंडल , घासीदास कोसले, पं. अजोरदास बंजारे, कृपाराम चतुर्वेदी, लाला पुरेना, मानसिंह गिलहरे, नंदू मारकंडे, संतोष महिलांग,बाबा डहरिया,गुलाब महिलांग, डॉ सुरेंद्र कुर्रे, डॉ. राम मनोहर कुर्रे, रघुनाथ भारद्वाज,हृदय प्रकाश अनंत, मन्नूलाल चेलक, प्रेम बघेल, सनत गिलहरे, तुलाराम टंडन..
महिलाओं में श्रीमती गिरिजा पाटले, अमरौतिन भतपहरी,डा. कल्याण रवि, अनीता भतपहरी, सुनीता देशलहरे, इन्दु डहरिया, याचना भतपहरी,डा. भुवनेश्वरी भारद्वाज,अंजली बरमाल,आशा पात्रे, सरस्वती राघव, सुनंदा बघेल, धनेश्वरी डांडे, संगीता पाटले,दुर्गा गेंदले, लता भारद्वाज, गोंदा बारले, ममता कुर्रे ,ललिता सोनवानी, डॉ. मीरा बंजारे, दामिनी बंजारे, रामेश्वरी आदिले, धनेश्वरी लहरे, संगीता बालकिशोर, हीरामणी जोशी, डॉ. शुभा मनहरे, रीमा चेलक, निर्मला बघेल ,मोहिनी पाटले, सुनीता बांधे, पुस्तिका निराला, मोनिका कीर्तन, दुजन मांडले, किरण हिमले, रवीना टंडन, अंकिता टंडन सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे।