महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेश में आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं बढ़ती जा रही है और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है। इस लचर कानून व्यवस्था से महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही है। महिलाएं भयभीत है, डरी सहमी हुई है। भाजपा के 9 महीना की सरकार में 600 से अधिक बलात्कार के मामले सामने आये है। महिलाओं के खिलाफ 3 हजार से ज्यादा आपराधिक घटना हुई हैं। सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण देते है इसलिये अपराधियों का हौसला बुलंद है।
आज एक 4 साल की छोटी भिलाई की बच्ची हो या फिर रायपुर नया बस स्टैंड में एक 50 साल की महिला हो सब के साथ दुष्कर्म हो रहा है। आज इस प्रदेश में कोई भी उम्र की बेटियां एवं महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है।
हाल ही में हुई एक घटना 3 सितम्बर को सीतापुर में एक नाबालिग मार्केट से घर लौट रही से गैंगरेप की घटना होती है।
रायपुर नया बस स्टैंड में एक 50 साल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है। दूसरे दिन रिपोर्ट लिखा जाता है और सामूहिक दुष्कर्म को नकार दिया गया। बलात्कार की रिपोर्ट लिखी गई और यहां पुलिस अपराधियों को सजा देने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है।
बस्तर, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर एवं राजधानी रायपुर में दुष्कर्म की घटनाओं से महिलायें भयभीत है। महिलायें घर से बाहर निकलने में खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।
सबसे चौकाने वाली घटना भिलाई में 5 जुलाई को डीपीएस स्कूल में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई। बिना एफआईआर के एसपी ने घटना को नकार दिया गया जबकि पास्को एक्ट में प्रावधान है कि ऐसी कोई भी घटना होने पर सबसे पहले एफआईआर लिखते है उसके बाद जांच की जाती है। भिलाई के बच्ची के साथ दुराचार के मामले में दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा गया कि बच्ची के निजी अंगो में चोट आई है। डॉक्टरों ने गंभीर छेड़छाड़ की आशंका जताई। उसके बाद भी एसपी मामले को नकारते रहे। 5 जुलाई को घटना होती है लेकिन कांग्रेस पार्टी के द्वारा विरोध करने के बाद भाजपा सरकार दबाव में आकर अब जाकर लगभग दो महिने बाद 4 सितम्बर को एफआईआर दर्ज करती है।
क्या अब प्रदेश की महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिये हर बार आंदोलन करने पर ही ये सरकार उस मामले की जांच या कार्यवाही करेंगी।
रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने में आना-कानी करती रही मीडिया की दबाव के बाद रिपोर्ट लिखा गया।
जशपुर के एक नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक दुराचार हुआ।
कोण्डागांव में नाबालिक से बलात्कार, नारायणपुर के सरकारी स्कूल में छात्राओं के साथ यौन शोषण, राजिम में 2 साल की बच्ची के साथ रेप की घटना, भिलाई में नाबालिक एवं 5 साल की बच्ची के साथ रेप, रायगढ़ में मुक-बधिर महिला के साथ बलात्कार। जशपुर, केशकाल, पखांजूर दुर्ग, राजधानी रायपुर और रायगढ़, सक्ती, अंबिकापुर में लगातार बलात्कार की घटनाएं हो रही है।
बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का खोखला नारा देने वाले अपराधियों को बचा रही है।
पीड़ित महिलाएं हिम्मत करके थाना एफआईआर दर्ज करवाने जाती है तो रिपोर्ट दर्ज करने के बाजाय उन्हें जजील किया जाता है। जिससे पीड़ित महिलाएं आत्महत्या तक कर लेती है।
प्रदेश में बढ़ती बलात्कार की घटना प्रदेश के लिये चिंता का विषय बन गयी है। आज खेत में काम करने वाली महिलाएं, बस में सफर करने वाली महिलाएं, घर में रहने वाली महिलाएं, अस्पताल में महिलाएं, स्कूल कॉलेज जाने वाली बेटियां, कही पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
पुलिस और प्रशासन आरोपी को बचाने में लगे रहते है और पीड़ित महिला को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
बेहद शर्म की बात है कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में 4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी पर मौन है।
इस मामले में कांगेस ने निर्णय लिया है कि हम अपनी बहन, बेटियों की रक्षा और उनके न्याय के लिए लड़ाई लड़ेंगे, आंदोलन करेंगे।
महिलाओं के अधिकार के लिये महिलाओं के सुरक्षा के लिये महिला कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी और 10 सितंबर को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी।
आज लगातार प्रदेश भर में हो रही बलात्कार की घटना बहुत ही दुखद है। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवदेना व्यक्त करती हॅूॅ। कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवारों के साथ है और उनके न्याय के लिये हमेशा अवाज उठाती रहेगी।