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दुर्ग की कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग ने मौसमी बीमारियों जैसे उल्टी, दस्त, पीलिया, डेंगू, मलेरिया, और स्वाइन-फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी स्वास्थ्य संस्थाओं के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए।
स्वाइन-फ्लू के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. दानी ने बताया कि यह एक श्वसन-तंत्र संक्रमण है जो इनफ्लुएंजा-ए वायरस के कारण होता है। इसका प्रसार संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है और इसके लक्षणों में सर्दी, खांसी, गले में खराश, बुखार, सिरदर्द, थकावट, और कभी-कभी दस्त और उल्टी भी शामिल हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे इस संक्रमण के प्रति सजग रहें, विशेषकर गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, बुजुर्गों और अन्य रोगों से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यह विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों को सलाह दी है कि वे स्वाइन-फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से बचने के लिए सभी जरूरी सावधानियों का पालन करें और संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान से संपर्क करें।