रायपुर: महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) के प्रमुख प्रमोटरों में से एक, सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, सौरभ को एक सप्ताह के भीतर भारत लाया जा सकता है। सौरभ चंद्राकर, जो छत्तीसगढ़ का निवासी है, की गिरफ्तारी से प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचने की संभावना है। अनुमान है कि सौरभ के भारत लौटने पर महादेव सट्टा नेटवर्क से जुड़े कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है, जिनमें अधिकारियों और नेताओं के नाम शामिल होने की आशंका है।
ईडी की मनी लॉन्ड्रिंग जांच
महादेव सट्टा ऐप के तहत हो रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है। छत्तीसगढ़ में ईडी की यह कार्रवाई कई महीनों से जारी है, जिसमें पहले ही कई पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम विवादों में
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान महादेव सट्टा ऐप विवाद में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी सामने आया था। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा उन पर “प्रोटेक्शन मनी” लेने के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में भूपेश बघेल सहित 18 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।
हवाला और अवैध कारोबार के गंभीर आरोप
सूत्रों के अनुसार, महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटरों ने 2020 से ऑनलाइन सट्टा संचालित कर प्रति माह लगभग 450 करोड़ रुपये की अवैध आय अर्जित की। इस प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेजों के जरिए सैकड़ों बैंक खातों का संचालन किया गया, और इन पैसों को हवाला के जरिए संयुक्त अरब अमीरात में स्थानांतरित किया गया।
सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी से इस मामले में और कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं। इस पूरे घटनाक्रम से छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासन में हलचल मची हुई है, और सौरभ की वापसी के बाद यह प्रकरण और गहराता दिख सकता है।