सरायपाली। सरायपाली क्षेत्र में रेत परिवहन से जुड़ा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में विधायक प्रतिनिधि भरत मेश्राम और भाजपा नेता के पुत्र के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। घटना के बाद सरायपाली और जिला मुख्यालय महासमुंद में चर्चाएं तेज हैं।
विधायक प्रतिनिधि ने दर्ज कराई शिकायत
विधायक प्रतिनिधि भरत मेश्राम ने भाजपा नेता के पुत्र पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि यह घटना रेत परिवहन के दौरान हुई।
भाजपा नेता के पुत्र ने भी लगाए आरोप
वहीं, भाजपा नेता के पुत्र ने पलटवार करते हुए विधायक प्रतिनिधि भरत मेश्राम और उनके साथियों पर गाली-गलौज, मारपीट करने और 25 हजार रुपये लूटने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
वाहन चालक ने सुनाई आपबीती
वाहन चालक संतोष साहू, निवासी ग्राम बंसुला (बसना), ने बताया कि वह 20 नवंबर को मनीष वाधवा के हाईवा वाहन से रेत लेकर सरायपाली की ओर आ रहा था। तभी घंटेश्वरी मंदिर के पास एक वाहन में आए दो व्यक्तियों ने हाईवा को रोक दिया।
उनमें से एक ने स्वयं को विधायक का आदमी बताते हुए गाली-गलौज और मारपीट की, साथ ही 25 हजार रुपये लूट लिए। वहीं, दूसरे व्यक्ति ने तहसीलदार होने का दावा करते हुए वाहन के कागजात चेक किए और रेत परिवहन के लिए एंट्री फीस मांगने की बात कही।
वाहन मालिक का पक्ष
इस मामले पर वाहन मालिक मनीष वाधवा ने कहा कि वह सरकार द्वारा तय रॉयल्टी का भुगतान करके अपने वाहन चला रहे हैं। इसके बावजूद उनकी गाड़ियों को विधायक प्रतिनिधि द्वारा जबरन रोका जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन से कार्रवाई की अपील
श्री वाधवा ने कहा कि यदि किसी को उनकी गाड़ियों पर किसी तरह के अवैध कार्य का शक है, तो वह प्रशासन को सूचना दें। लेकिन स्वयं अधिकारी बनकर गाड़ियों को रोकना अनुचित है।
इस घटना के बाद सरायपाली क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। अब सभी की नजरें प्रशासन द्वारा की जाने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं।