घर पहुंच सेवा कर्मियों को निशाना बनाकर अवैध वसूली करता था गिरोह
रायपुर – चंद पैसों की लालच में लोगों को ब्लैकमेल कर अवैध वसूली करने वाले एक सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने वीर सावरकर नगर स्थित मरघट्टी तालाब के पास एक खंडहरनुमा मकान से इस गिरोह के मास्टरमाइंड समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह में दो महिलाएं भी शामिल थीं, जो वाईफाई इंस्टालेशन का बहाना बनाकर घर पहुंच सेवा देने वाले कर्मियों को फंसाती थीं।
घटना का पूरा विवरण
पुलिस के मुताबिक, एयरटेल वाईफाई सेवा में काम करने वाले डीडी नगर निवासी राघव मिश्रा (26) को आरोपी अनु अग्रवाल और खुशबू तिवारी ने खंडहरनुमा मकान में बुलाया। वहां गिरोह के मास्टरमाइंड प्रदीप सिंह ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए राघव पर वेश्यावृत्ति का झूठा आरोप लगाया।
गिरोह ने राघव के वीडियो और फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल किया और कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर 8 हजार रुपए वसूल लिए। राघव ने पैसे न होने पर अपनी मां को बुलाया, जिनसे भी आरोपियों ने जबरन पैसे ले लिए।
मास्टरमाइंड है निगरानीशुदा बदमाश
गिरोह का मुख्य आरोपी प्रदीप सिंह, जो टाटीबंध थाना आमानाका का निगरानीशुदा बदमाश है, इस रैकेट को चला रहा था। उसके साथ खुशबू तिवारी, अनु अग्रवाल, मदन सोना और यश प्रजापति भी इस गिरोह का हिस्सा थे।
गिरोह का तरीका
यह गिरोह घर पहुंच सेवा देने वाले कर्मियों को झूठे बहाने से बुलाकर उनका वीडियो बनाता और फिर पुलिस कार्रवाई का डर दिखाकर अवैध वसूली करता। बदनामी के डर से कई पीड़ितों ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस ने फौरन जांच शुरू की और पांचों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ में पता चला कि वे लंबे समय से अवैध वसूली कर रहे थे। पुलिस ने अन्य पीड़ितों से सामने आकर शिकायत करने की अपील की है।
आरोपियों के नाम
1. प्रदीप सिंह – मास्टरमाइंड, निवासी टाटीबंध
2. खुशबू तिवारी
3. अनु अग्रवाल
4. मदन सोना
5. यश प्रजापति
पुलिस को उम्मीद है कि इनकी गिरफ्तारी के बाद अन्य पीड़ित भी आगे आकर शिकायत दर्ज कराएंगे।