दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा। इससे पहले आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस जनता को लुभाने के लिए अलग-अलग घोषणाएं कर रही हैं। इस बार चुनाव में कौन-सा फैक्टर निर्णायक साबित होगा, इस पर सी-वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख ने कहा कि इस बार का चुनाव महिलाओं के हाथ में है।
महिला वोटरों पर फोकस
यशवंत देशमुख ने बताया कि दिल्ली चुनाव में सभी पार्टियों का ध्यान महिला वोटरों पर केंद्रित है। महिलाओं को लुभाने के लिए कई पार्टियों ने उनके खातों में हर महीने पैसे डालने की घोषणा की है। सी-वोटर महिलाओं के बीच सर्वे करेगा, जिससे यह पता लगाया जा सके कि वे किस पार्टी को ज्यादा विश्वसनीय मानती हैं और घोषणाओं को लागू करने में किस पर उनका भरोसा है।
‘महिला वोटरों के बीच AAP की बढ़त’
यशवंत ने कहा कि अब तक के सर्वे के अनुसार, पुरुष मतदाताओं के बीच कांटे का मुकाबला है, लेकिन महिला मतदाताओं में आम आदमी पार्टी (AAP) की स्पष्ट बढ़त बनी हुई है। अगर यह बढ़त बरकरार रहती है, तो भले ही AAP की सीटें घट जाएं, फिर भी वह सरकार बनाने में सफल हो सकती है।
AAP की योजनाओं का महिलाओं पर प्रभाव
यशवंत ने कहा कि महिलाओं के बीच AAP लगभग 8-10% की बढ़त बनाए हुए है। अगर यह बढ़त आगे भी कायम रहती है, तो AAP के लिए सरकार बनाना संभव होगा। उन्होंने बताया कि अरविंद केजरीवाल और बीजेपी, दोनों ही महिला वोटरों को आकर्षित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। केजरीवाल अच्छी तरह समझते हैं कि बिजली, पानी और मोहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाएं महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं, जो पुरुषों के मुकाबले उन्हें अधिक आकर्षित करती हैं।
महिला वोटरों की निर्णायक भूमिका
यशवंत ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में सभी पार्टियां महिलाओं के मुद्दों को केंद्र में रखेंगी। इस बार की चुनावी लड़ाई महिला वोटरों को रिझाने, उन्हें आकर्षित करने और उनके टर्नआउट को बढ़ाने पर केंद्रित है।