प्रयागराज महाकुंभ में बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद किन्नर अखाड़े में कलह सामने आई थी, जिसके बाद किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने ममता कुलकर्णी के साथ-साथ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया था. हालांकि उनके बचाव में अखाड़ा परिषद आ गया था. जब लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से इसको लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सबके मुंह पर एक तमाचा है.
महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान करने के बाद लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ANI से बात करते हुए कहा, “बहुत सुंदर स्नान हुआ है. मैं सबको आशीष देती हूं कि मां भगवती सबको खुश रखे, समरसता रहे. भारतवर्ष में उन्नति रहे. यही किन्नर अखाड़े का आशीर्वाद है.”
धीरेंद्र शास्त्री, बाबा रामदेव ने किया था ममता कुलकर्णी का विरोध
दरअसल फिल्म एक्ट्रेस रहीं ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था. पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और फिर योग गुरु बाबा रामदेव ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध किया था. विवाद इतना बढ़ गया था कि किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने ममता के साथ-साथ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े से निकाल दिया.
रवींद्र पुरी बोले- जिसने हटाया, उसे कोई नहीं जानता
हालांकि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ अखाड़ा परिषद उतर आया. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा था कि लक्ष्मी नरायण को हटाने वाले वह कौन होते हैं. पूरा अखाडा परिषद लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी के साथ है. जिसने लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी को हटाया है उसको कोई नहीं जानता है.