विधायक दल की बैठक से पहले क्या होने वाला है उलटफेर? कांग्रेस आलाकमान की आखिरी कोशिश

हिमाचल प्रदेश में नए सीएम को लेकर कांग्रेस पार्टी में खींचतान जारी है. सीएम पद के लिए तमाम नेताओं की दावेदारी से पेंच उलझ गया है. दिल्ली से भेजी गई टीम भी मामले को अभी तक सुलझाने में कामयाब नहीं हो सकी है. विधायक दल की बैठक से पहले हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी और पार्टी के कद्दावर नेता राजीव शुक्ला अपनी तरफ से अंतिम कोशिश करने में लगे हैं.

जानकारी के मुताबिक, शिमला के विधानसभा भवन में शाम 4 बजे कांग्रेस विधायक दल की बड़ी बैठक होगी. इस बैठक से पहले प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और मुकेश अग्निहोत्री से मुलाकात की है. उन्होंने दोनों नेताओं को समझाने की कोशिश की है. इससे पहले प्रतिभा सिंह ने अपने समर्थक विधायकों के साथ एक मीटिंग की थी. वहीं सुखविंदर सिंह सुक्खू खेमे को उम्मीद है कि फैसला उनके हक में आएगा.

 

स्थिति सामान्य करने में जुटी है केंद्रीय टीम

कांग्रेस आलाकमान की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया है. हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला को स्थिति सामान्य करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ये सभी लोग सरकार बनने तक शिमला में ही रुकेंगे. इस टीम के साथ सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली, संजय दत्त, तजेंद्र पाल बिट्टू भी शिमला में डेरा डाले हुए हैं. इन लोगों को नई सरकार बनवाकर ही वापस आने का आदेश दिया गया है.

इससे पहले विधायक दल की बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका था. विधायक दल की बैठक में एकराय नहीं हो पाने की वजह से पार्टी हाईकमान के पाले में गेंद डाल दी है. केंद्रीय नेतृत्व से भेजे गई टीम ने शुक्रवार (09 दिसंबर) को वन-टू-वन भी मुलाकात की. एक-एक विधायकों से मुलाकात के बाद भी सर्वसम्मति नहीं बन पाई है. सीएम पद की रेस में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा मुकेश अग्निहोत्री के नाम चल रहे हैं.

किसके पक्ष में हैं कितने विधायक?

प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने केंद्रीय टीम के सामने ही जमकर नारेबाजी की. सीएम को चुनने के अलावा हॉर्स ट्रेडिंग का डर भी पार्टी को सता रहा है, इसलिए पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगे. सूत्रों के मुताबिक सुखविंदर सिंह और मुकेश अग्निहोत्री के समर्थन में 14 से 15 विधायक हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समर्थन में सिर्फ 5 विधायक खड़े हैं.

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