रायपुर। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर में नगर निगम रायपुर द्वारा चौपाटी के निर्माण को भारतीय जनता पार्टी नेताओं ने अवैध अनैतिक करार दिया है। भाजपा कार्यकर्ता पूर्व मंत्री राजेश मूणत के नेतृत्व में लगातार इसके विरोध में आंदोलनरत हैं। अवैध चौपाटी निर्माण स्थल पर भाजपा अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई है।
नियम विरुद्ध निर्माण के खिलाफ भाजपा नेताओं ने दस्तावेजों के साथ न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है।
नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण के विरोध में अब रायपुर शहर जिला भाजपा को न सिर्फ प्रदेश भर के भाजपा नेताओं का, अपितु अभिभावकों और विद्यार्थियों का व्यापक समर्थन मिल रहा है। चौपाटी विरोध का आंदोलन धीरे धीरे जन आंदोलन का स्वरूप लेता जा रहा है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा है कि साफ नीयत और सही दिशा में किए गए जनकार्य को जनता का समर्थन मिलना स्वाभाविक है। यह लड़ाई हमारी निजी लड़ाई नहीं है। हम तो उस व्यवस्था के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर हैं जो गैर कानूनी है।
अवैध है। इस शिक्षण परिक्षेत्र में निर्माण के नियम को धता बता कर किया जा रहा निर्माण कांग्रेसी महापौर और प्रदेश सरकार की दूषित नीयत को इंगित करता है। हमारा धरना निरंतर जारी रहेगा। हमें कार्यकर्ताओं एवं अन्य लोगों का जो समर्थन मिल रहा है, वह हमारे लिए ऊर्जा का कार्य कर रहा है।
राजेश मूणत ने कहा कि महापौर और कांग्रेस सरकार मेरी बात गाँठ बांध लें कि लड़ाई लंबी चलेगी और कोई दोषी बक्शा नहीं जाएगा। सबका नम्बर आएगा।
अनिश्चितकालीन धरने को समर्थन देने भाजपा के वरिष्ठ नेता लगातार धरना स्थल पहुँच रहे हैं। इसी कड़ी में आज वरिष्ठ भाजपा विधायक पूर्वमंत्री अजय चंद्राकर , रायपुर लोकसभा क्षेत्र सांसद सुनील सोनी, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रांताध्यक्ष विकास मरकाम और पूर्व विधायक वीरेंद्र पाण्डेय सहित और भी अन्य नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता अनिश्चिकालीन धरने के पंडाल पर पहुँचे। मंच से विधायक अजय चंद्राकर ने अपने चिरपरिचित अंदाज में सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जो लड़ाई राजेश मूणत ने प्रारम्भ की है, वह छोटी लड़ाई नहीं, एक युग भविष्य निर्माण की लड़ाई है। मैं राजेश मूणत सहित जिला भाजपा को साधुवाद देता हूं कि उन्होंने इस बड़ी लड़ाई में खुद को झोंक दिया है। रात दिन चौबीसों घंटे अपने सर्व सुख और साधनों को छोड़कर खुले आसमान के नीचे कड़कड़ाती ठंड में सिर्फ एक पंडाल डालकर छात्रों के भविष्य की लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेसी महापौर ही नहीं अपितु पूरी कांग्रेस सरकार दिशाहीन है। प्रदेश भर में अवैध कब्जे, माफिया राज का आतंक है। कोल माफिया, भूमाफिया, ऑनलाइन सट्टा माफिया और अब ये महापौर चौपाटी माफिया।
रायपुर नगर निगम क्षेत्र में पहले भी और चौपाटियों का निर्माण किया गया है और यदि हिम्मत है तो उनका पूर्ण ब्यौरा सार्वजनिक करें कि कितनी पारदर्शिता के साथ वहाँ का आबंटन किया गया। अपने निजी विशेष लोगों को चौपाटी के माध्यम से लाभ पहुंचाने का कार्य महापौर कर रहे हैं इसलिए मेरी नजर से वो चौपाटी माफिया के रूप में उभरे हैं।
सांसद सुनील सोनी ने धरना स्थल पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं कुछ सवाल पूछना चाहता हूँ निगम अधिकारियों एवं महापौर से कि किसी भी निगम क्षेत्र में निर्माण का मास्टर प्लान होता है, क्या यह निर्माण मास्टर प्लान के अनुरूप है? क्या यह क्षेत्र एबीडी क्षेत्र में आता है, उसके निश्चित दिशा निर्देशों के अनुरूप है? उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने वैंडर पॉलिसी बनाई है जिसमें हर छोटे व्यापारी को वैंडर के लिए बनाई गई योजना में शामिल किया जाना है। परंतु क्या यहाँ उस गाइड लाइन के अनुसार कार्य किया जा रहा है? यह निर्माण पूर्णतः अनैतिक है, अवैध है और महापौर इसके निराकरण में असमर्थ हैं। इसका भुगतमान तो सभी दोषियों को झेलना पड़ेगा।
अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने कहा कि यह लड़ाई तो भविष्य निर्माण की है, आने वाले कल की है। इसमें जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति एक बड़े अनुष्ठान का हिस्सा है। नियमों और जनसमर्थन को देखते हुए यह अहसास हो रहा है कि आखिर में निगम को अपनी गलती पर पछतावा होगा और यह अवैध निर्माण भी हटकर रहेगा।
प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ी में संबोधित करते हुए कहा कि जनता से जुड़े हर मुद्दे पर फेल कांग्रेस की सरकार और उनके नुमाइंदे कब्जा, भ्रष्टाचार व झूठ में कीर्तिमान रच रहे हैं। झूठे वादे करके प्रदेश की भोली भाली जनता को गुमराह करके नई नई सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस के पास प्रदेश विकास के लिए कोई दृष्टिकोण तो है नहीं, दिखावे के लिए अपने लोगों को खुश करने के लिए सरकार विभिन्न सरकारी क्षेत्र में कार्य आबंटित कर रही है जिंसके फलस्वरूप अब हर क्षेत्र में माफिया राज आ गया है और यही इस दिशाहीन सरकार के ताबूत की आखिरी कील साबित होगा।