पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने जारी हुए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट प्रदेश की आम जनता और सर्वाहार वर्ग के लिये घोर निराशा का बजट है, प्रदेश सरकार की ओर से जनता को गुमराह कर मूल मुद्दों से छत्तीसगढ़ की जनता का ध्यान भटकाया जा रहा है। यह केवल एक लुभावना है, इतने कम समय में कुछ नहीं हो सकता, जब साढ़े चार वर्ष करके दिखाने का था तब कुछ किया नहीं और अब सभी वर्गों को छल रहा है यह बजट राज्य को पीछे की ओर ढ़केल रहा है। प्रदेश की जनता को अधिकारी-कर्मचारियों को, युवाओें को, किसानों को महिलाओं को उम्मीदें रही लेकिन सभी को छलने का काम इस कांग्रेस सरकार ने किया है।
उन्होंने कहा कि किसानों को सबसे पहले ठगा गया 2 साल की बोनस देने की बात आई थी कोई बोनस का प्रावधान उनके लिये नहीं किया गया, शराबंबदी होनी चाहीए थी लेकिन यह बजट ने बता दिया की शराबबंदी कांग्रेस नहीं करेंगी इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना, जल मिशन योजना प्रत्येक घर में देने की योजना है लेकिन अभी तक 20 लाख लोगों को भी यह योजना का लाभ नही दे पाई है और कांग्रेस सरकार के पास आज भी राज्यांश देने के लिये राशि नहीं है, बेरोजगारों को भी झुनझुना दिखाने का काम इस सरकार ने किया है, सिंचाई के क्षेत्र में कांग्रेस ने कोई विशेष परियोजना नहीं बनाई जिसे लेकर यह जनता के बीच जा सके, बस्तर के सिंचाई की बात इस बजट में नहीं की गई, किसानों के धान लगातार सुख रहे है लेकिन अब तक एक भी मेगावाट उत्पादन में वृद्धि नहीं कर पाई, बोधघाट परियोजना के इस बजट में कोई प्रावधान नहीं हैं, प्रदेश में जो सड़को की हालात है वह किसी से छीपी नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमेशा कहते थे कि तुफानी करेंगे लेकिन उन्होनें पूरे प्रदेश को ठंडा करके छोड़ दिया है। सबसे महत्वपूर्ण विषय पत्रकारों के हित में जो सुरक्षा कानून रखा जाना था वह इस बजट में नहीं रखा गया। यह राज्य के विकास को पीछे ले जाने वाला पांचवा बजट होगा क्योंकि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने हर बजट में राज्य को रिवर्स गेयर ही दिया है और विकास का इस बजट से कोई नाता नहीं है। मुख्यमंत्री केवल चुनावी बजट पेश करने में लगें हुए है लेकिन इस बजट से कोई आघात नहीं रहा हैं, हम कह सकते है कि यह बजट एक खोखला बजट है इस बजट में कुछ भी ऐसा महत्वपूर्ण नहीं है जिससे जनता को लाभ मिल सके, जिसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वाहवाही लूट रहें है।