बिहार के गुंडों ने कर्मकार निगम मंडल के सदस्य व छ ग कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष के मोबाइल लूटकर मारपीट कर – – मामले के समझौता करने पहुंचे ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता को देख लेने के धमकी देने वालो गुंडों को 90 दिनों के लिये जेल भेजने की मांग
प्रदेश अध्यक्ष ने मांग किया है आरोपियों को 90 दिन के पहले जमानत देने पर – जमानत देने वाले अधिकारी के कार्यालय का घेराव किया जायेगा
रायपुर/ छत्तीसगढ़ के कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर से प्रदेश प्रवक्ता छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी हैं कि 1 अप्रैल को राजीव भवन रायपुर में ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय बैठक छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी विजय जांगिड़ जी के मुख्यआतिथ्य व पूर्व मंत्री पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व अभनपुर के लोकप्रिय विधायक धनेंद्र साहू जी, विधायक संगीता सिन्हा , पूर्व सांसद छाया वर्मा , पुर्व विधायक चुन्नी साहू, प्रदेश महामंत्री सीमा वर्मा , ओबीसी नेता केशव चंद्रा जी एवँ अध्यक्षता ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ चौलेश्वर चन्द्राकर जी के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के पश्चात छ ग शासन कर्मकार मंडल के सदस्य शीतल दास महंत , ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मुरली महंत जी ,अपने कार्य से शिक्षा मंत्री प्रेम सिंह टेकाम के बंगला गये थे , जैसे ही शिक्षा मंत्री के बंगला से निकलकर राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल के बंगला के पास पहुंचे थे तो भाजपा समर्थक बिहार के दो गुंडा जिसका नाम अमरजीत सिंह व रोहित तिवारी ने ओवर टेक करके अपनी गाड़ी आगे खड़ा करके रोक दिये और और शीतल दास महंत व मुरली महंत के मोबाइल लूटकर मारपीट किया, जैसे ही प्रदेश अध्यक्ष डॉ चौलेश्वर चन्द्राकर को पता चला अपने प्रदेश प्रवक्ता दास जी के साथ घटना स्थल पहुँच कर मामले को समझने का कोशिश किया , लेकिन भाजपा समर्थक दोनो बिहार के गुंडा ने सिविल लाइन थाना प्रभारी व 05 – 06 स्टाप के सामने प्रदेश अध्यक्ष डॉ चौलेश्वर चन्द्राकर व प्रदेश प्रवक्ता को भी देख लेने का धमकी देने लगा , माहौल को बिगड़ते देख सिविल लाइन थाना प्रभारी ने गुंडों को थाना लेकर अपराध दर्ज कर आरोपियों को न्यायालय में पेश किये , मामले के गंभीरता को देखते हुये न्यायालय ने आरोपियों को जेल भिजवा दिया।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ चौलेश्वर चन्द्राकर व प्रदेश प्रवक्ता दास जी माननीय न्यायालय से मांग किया आरोपियों को कम से कम 90 दिन तक जमानत नही देने की मांग किया है। और प्रशासन को चेतावनी भी दिया है , आरोपियों का जमानत 90 दिन से पहले होता हैं तो जमानत देने वाले अधिकारी के कार्यलय का घेराव छत्तीसगढ़ के ओबीसी काँग्रेस के द्वारा किया जायेगा।