रायपुर वयं फाउंडेशन द्वारा मदर्स डे के अवसर पर आयोजित सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान अतुलनीय हैं | “सबने सारी दुनिया लिख डाली, मैंने माँ का नाम लिखा …” कहते हुए उन्होंने कहा कि माँ शब्द का अर्थ बहुत व्यापक है और अपनी सासू माँ को लीवर डोनेट करने वाली भूमिका शर्मा के इस समर्पित प्रेम को हम सभी का वंदन है | ऐसे कार्यों को देखकर बाकी लोगों को भी प्रेरणा मिलती है | विशिष्ट अतिथि डॉ. श्रीमती मीरा बघेल ने कहा कि समाज के उत्थान में अपना योगदान दे रही महिला शक्तियाँ वन्दनीय हैं | महिलाओं को ऐसे मंचों द्वारा समाज में एक नई पहचान मिलती है | वयं फाउंडेशन द्वारा महिलाओं को इस तरह का मंच दिया जाना सराहनीय है | श्रीमती छाया वर्मा, श्रीमती शकुन डहरिया, एसपी चंचल तिवारी, डीएसपी ललिता मेहर ने सभी को मदर्स डे की शुभकामनाएँ प्रेषित कीं । पल्लवी झवर ने सभी माताओं को समर्पित एक मनमोहक नृत्य करके सबको भावविभोर कर दिया |
माँ और उनके हमारे जीवन पर प्रभाव का सम्मान करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कार्यक्रम प्रभारी कृति राठौर ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत मातृशक्तियों का आज सम्मान किया गया | इनमें प्रज्ञा त्रिवेदी, मेघा तिवारी, अमृता श्रीवास्तव, प्रीति दास मिश्रा, पार्वती यादव, प्रमिला शर्मा, डॉ. गार्गी पांडे, फरज़ाना खातून, भूमिका शर्मा, संध्या बघेल, डॉ. श्रीमती अनुसुइया जी को उनके क्षेत्रों में अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया | साथ-ही-साथ महिलाओं, माताओं और समाज के उत्थान में कार्य कर रही संस्थाओं नारी चौपाल, सरजूबांधा श्मशानघाट नया तालाब विकास समिति, ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा, कोपलवाणी और लावण्या फाउंडेशन का भी सम्मान संस्था व मुख्य अतिथि द्वारा किया गया |
संस्था की अध्यक्ष आभा बघेल ने बताया कि हमारी संस्था महिला सशक्तिकरण, बच्चों की शिक्षा और अन्य कार्य करती है | महिलाओं का योगदान और उनका कार्यक्षेत्र व्यापक अर्थ लिए हुए है | हम उस ईश्वर के आभारी हैं जिन्होंने हमें माँ नामक अद्भुत वरदान से नवाज़ा है हमने ऐसी ही कुछ महिलाओं को उनके कार्यों के लिए सम्मान देने का हमने आज एक छोटा-सा प्रयास किया है | हम उस ईश्वर के आभारी हैं जिन्होंने हमें माँ नामक अद्भुत वरदान से नवाज़ा है | इस अवसर पर रोचक और मनोरंजक प्रतियोगिताएँ हुईं, माँ शब्द के अर्थ की व्यापकता पर अतिथियों द्वारा विचार प्रस्तुत किए गए और महिलाओं-संस्थाओं का सम्मान किया गया | कार्यक्रम में राजेश राठौर, ललित बघेल, मनीष मिश्रा, शिशिर शर्मा, मनोज मसंद, प्रेम चंदनानी व अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ संस्था सदस्यों कृति राठौर, तनु बघेल, सुयश राठौर, हरप्रीत सिंह, रौनक दास, मेघा तिवारी, रेशम सिंह, आभा बघेल व अन्य लोगों की उपस्थिति रही |