विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर राजधानी के शहीद स्मारक भवन में विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसके मुख्य अतिथि श्रम एवं नगरीय प्रशासन मंत्री श्री शिव डहरिया थे। इस अवसर पर प्रयास विद्यालय के विभिन्न प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों और राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में स्थान बनाने वाले ताईकान्डों के खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा हितग्राहियों को 60 हजार रूपये की सहायता राशि दी गई।
डहरिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा की आदिवासी प्रकृति पूजक होते है। उनकी परंपराएं पर्व त्यौहारों विशिष्ट पहचान, मान्यता है। सन् 1993 में संयुक्त संघ द्वारा विश्व आदिवासी दिवस मनाने की शुरूआत आदिवासियों समाज की संस्कृति को व्यापक रूप से मान्यता दी गई। हमारी सरकार ने आदिवासी समाज के कल्याण के लिए कार्य किए। उनके देवगुड़ी निर्माण, विकास के लिए सहायता राशि दी जा रही है जिसमें बढ़ोत्तरी की गई है। आदिवासी समाज के पर्व और त्योहारों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष 9 अगस्त को शासकीय अवकाश देने की घोषणा की गई है ताकि आदिवासी समाज पूर्ण रूप से हर्षोउल्लास के साथ आयोजन में सहभागिता निभा सकें।
मंत्री श्री डहरिया ने कहा कि संविधान में आदिवासी समाज के संरक्षण और संवर्धन के लिए विशेष प्रावधान दिए गए है। इसके तहत तमाम अवसर, शिक्षा, रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अधिकार मिले है, इन अधिकारों और अवसरों का उपयोग करना चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अबिनाश मिश्रा ने अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर आदिवासी विकास के सहायक आयुक्त श्री तारकेश्वर देवांगन, एडीएम श्री एन.आर साहु और संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।