रायपुर- संस्कृति व पुरातत्व विभाग तथा छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति के संयुक्त तत्वाधान में मुक्ताकाश, घड़ी चौक में शाम एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कायर्क्रम की मुख्यअतिथि- मधु बाई किन्नर, पूर्व महापौर रायगढ़ छत्तीसगढ़ थीं। इसके अलावा कायर्क्रम में विशेष अतिथि के रुप में संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य, उपसंचालक श्री-उमेश मिश्रा तथा समाज कल्याण के संयुक्त संचालक श्री नदीम काजी उपस्थित थे। कार्य़क्रम सांझ -5 में तृतीय लिंग समुदाय के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। पहली प्रस्तुति जांजगीर चांपा से आए प्रतिमा ग्रुप के कलाकारों ने किया। प्रतिमा ग्रुप द्वारा मां काली वंदना तथा नृत्य से कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इसके बाद स्वरागिनी ग्रुप के कलाकारों ने सुआगीत, कर्मा गीत, ददरिया व होली के गीतों में अपनी प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने में मजबूर कर दिया । तीसरी प्रस्तुति के रुप में रायपुर के श्री युवराज बाध एवम साथी द्वारा कत्थक में शिव वंदना की प्रस्तुति दी गई । इसके साथ -साथ उन्होंने कत्थक तिहाई, परन और ठुमरी में अपने अंदाज से लोगों को दिल जीत लिया। उल्लेखनीय है कि युवराज बाध जी कत्थक नृत्य के क्षेत्र में गुररत्न अवार्ड, मधुपुरम अवार्ड, मधुपुरम सम्मान, गुरू बह्म अवार्ड तथा नृत्य माया अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं।
इसके बाद दुर्ग के कांता ने सेमिक्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति दी। इसी प्रकार रायपुर के ही ट्रांसजेंडर समुदाय के कलाकार एली महानंद ने फिल्मी क्लासिकल नृत्य में अपनी प्रस्तुति दी। प्रतिमा डांस ग्रुप द्वारा किन्नर की जीवन पर एक संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जो बहुत की आकषर्क ढंग से प्रस्तुत किया गया। समुदाय के कई कलाकारों द्वारा एकल विधा में उपशास्त्रीय नृत्य में प्रस्तुति दी गई।
नृत्य के दौरान दर्शको ने समुदाय के व्यक्तियों का उत्साहत वर्धन किया तथा कार्यक्रम समुदाय के वरिष्ट लोगों के द्वारा सभी कलाकारों का श्रीफल, साल तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संगठन की बोर्ड मेंबर विद्या राजपूत ने संस्कृति विभाग के माननीय मंत्री श्री अमरजीत भगत व सचिव श्री अनबालगन पी जी को धन्यवाद ज्ञापित किया जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न हो सका। इसके साथ-साथ ही साथ सभी कार्यकताओं, कलाकारों, विभाग के अन्य अधिकारी- कर्मचारियों तथा दर्शकों का भी आभार व्यक्त किया गया।