छत्तीसगढ़ राज्य में स्थापित औद्योगिक संस्थानों द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में एक बेहतरीन मिसाल पेश की है। जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण, (क्रेडा) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। क्रेडा के अथक प्रयास से छत्तीसगढ़ राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों में ऊर्जा संरक्षण के उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी (BEE) के परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड (PAT) परियोजना अंतर्गत Cycle-1 & 2 मे कुल 44 औद्योगिक संस्थानों ने भाग लेकर संयुक्त रूप से राज्य में लगभग 2.198 मिलियन टन ऑफ ऑयल इक्यूईवेलेंट (MTOE) ऊर्जा की बचत की है। PAT परियोजना के Cycle-1 & 2 में कुल 06 सेक्टर (एल्यूमिनियम, आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पॉवर प्लांट, सीमेंट, डिस्कॉम एवं रेलवे) के उद्योगों द्वारा ऊर्जा की बचत की गई है। उक्त परियोजना के अंतर्गत ऊर्जा की बचत में महाराष्ट्र राज्य ने प्रथम एवं छत्तीसगढ़ राज्य ने द्वित्तीय स्थान प्राप्त किया है।
माननीय मुख्यमंत्री की पहल पर उपरोक्त उपलब्धि को अन्य उद्योगों से साझा करने की दृष्टि से श्री आलोक कटियार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी (क्रेडा) की अध्यक्षता में दिनांक 08.07.2022 को रायपुर में वर्कशॉप एवं प्रेस कॉन्फ्रेन्स का आयोजन किया गया। उक्त वर्कशॉप में मुख्य रूप से एल्यूमिनियम, आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पॉवर प्लांट एवं सीमेंट उद्योगों के प्रतिनिधि तथा डिजीटल एवं प्रिन्ट मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। श्री कटियार द्वारा राज्य में हुई 2.198 मिलियन टन ऑफ ऑयल इक्यूईवेलेंट (MTOE) ऊर्जा की बचत की जानकारी अन्य औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों एवं प्रेस कर्मियों से साझा की गई। वर्कशॉप में उपस्थित आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पॉवर प्लांट एवं सीमेंट उद्योगों के प्रतिनिधियों द्वारा भी अपने संस्थानों में ऊर्जा की बचत हेतु किये गए प्रयासों एवं अपनाये गए तकनीकों के बारे में बताया गया।
राज्य में हुई ऊर्जा की बचत से लगभग 1280 मेगावॉट के थर्मल पॉवर प्लांट की आवश्यकता को कम किया गया है जिससे राज्य के कार्बन उत्सर्जन में लगभग 6.67 मिलियन टन की कमी आई है।
परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड (PAT) परियोजना अंतर्गत जिन औद्योगिक संस्थानों द्वारा अपने लक्ष्य से अधिक ऊर्जा की बचत की गई है, उन औद्योगिक संस्थानों को एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट (ESC) से पुरस्कृत किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापित औद्योगिक संस्थानों को कुल 10.10.699 एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट (ESC) ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी (BEE) के माध्यम से प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्रीजी की इस पहल से भविष्य में और भी अन्य औद्योगिक संस्थानों को परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड (PAT) परियोजना में शामिल कर ऊर्जा की बचत में अपना योगदान दिए जाने हेतु प्रोत्साहित किया जावेगा।