कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के पारंपरिक तीजा पोरा का पर्व मुख्यमंत्री निवास में हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। मायके में जो मान सम्मान मिलता है वही स्नेह और मान सम्मान मुख्यमंत्री निवास में सभी बहनों को मिलता है। किसी से कोई भेदभाव नहीं, कोई ऊंचा नहीं, कोई नीचा नहीं सबको आदर सम्मान देना यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशाल हृदय का परिचय देता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कारण ही ऐसा संभव हो पाया है। अधिकार के साथ महिलाएं मुख्यमंत्री निवास में आती है, 16 श्रृंगार करती है, झूला झूलती है, हंसी टिटौली के साथ सभी सहेलियां आपस में मिलकर नित्य करती है, छत्तीसगढ़िया व्यंजन का आनंद लेती है और हंसी-खुशी से तीजा का पर्व मानती है। मुख्यमंत्री जी महिलाओं की समस्याओं को समझते हैं और उसका निदान भी करने का भरपूर प्रयास करते हैं। महिलाओं को तीजा मनाने अपने मायका जाना होता था लेकिन स्कूल से बच्चों की छुट्टी नहीं, महिलाओं की ऑफिस दफ्तर में छुट्टी नहीं मजबूरन महिलाएं दिनभर निर्जला उपवास करती और छुट्टी होने पर मायके जाती थी, कांग्रेस सरकार के आने के बाद तीजा की दिन अवकाश की घोषणा की गई थी तब से मां के साथ बच्चे भी अपने मामा के घर जाकर इस तीजा के त्यौहार को आनंद से मनाते हैं ।
इस अवसर पर पोरा-तीजा तिहार में रंग-बिरंगे परिधानों में प्रदेश के कई हिस्सों से बड़ी संख्या में महिलाएं कार्यक्रम में पहुंची थी। सभी आनंदित एवं प्रफुल्लित थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि 15 साल भाजपा की शासन रहा लेकिन कभी मुख्यमंत्री निवास में ऐसा आयोजन देखने को नहीं मिलता था। गरीब एवं मध्यम वर्गीय के लिए तो मुख्यमंत्री निवास में जाने का एक सपना रह जाता था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, छत्तीसगढ़ की परंपरा, छत्तीसगढ़ की रीति-रिवाज को आगे बढ़ाने का काम किया है। अब भाजपा कांग्रेस की नकल कर रही है।