रायपुर / . उत्कल समाज का प्रमुख पर्व नुआखाई 20 सितम्बर को है। छत्तीसगढ़ में रहने वाले लाखों उत्कलवासी नुआखाई पर्व धुमधाम से मनाते है। नुआखाई के उपलक्ष्य में उडिया गांड़ा समाज के द्वारा नुआखाई शोभायात्रा आज निकाला गया।
राजेन्द्र नगर स्थित बुढ़ी मां मंदिर से पुजा अर्चना कर शोभायात्रा की शुरूवात किया गया। सौहार्दपूर्ण ढ़ग से अपनी संस्कृति एवं सभ्यता को दर्शाते हुए राजेन्द्र नगर से केनाल रोड होते हुए शोभायात्रा प्रमुख चौक घड़ी चौक पहुंची जगह जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया।
घडी चौक में पार्षद एवं एम.आई.सी.सदस्य अजीत कुकरेजा द्वारा भव्य मंच लगाकर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। शोभायात्रा में शामिल लोगों को जूस एवं मट्ठा बाटा गया। पार्षद अजीत कुकरेजा ने बताया की जय जगन्नाथ, जय बुढी मांई के गंगनचुंभी नारे लग रहे थे एवं विशेष आकर्षण छत्तीसगढ महतारी की भव्य प्रतिमा रही। समाजजन नगर किर्तन व पारंपारिक पोशाक वाद्य यंत्र शोभायात्रा की शोभा बडा रही थी।
समाज के प्रतिभाशान छात्र/छात्राऐं, खिलाडी शामिल हुऐ। विशेषकर माताएं बहने अधिक संख्या में उपस्थि रही। राजेन्द्र नगर से शरुवात होकर शोभायात्रा मधुसुदन दास चौक पर समापन हुआ। अजीत कुकरेजा ने उत्कलवासियों को नुआखाई पर्व की बधाई दी। उत्कल समाज का छत्तीसगढ में बाहुलता है, मेहनतकश लोग है। बुढी मां से उत्कल समाज के भविष्य की मंगल कामना करता हूं।
शोभायात्रा स्वागत मंच में टीम अजीत कुकरेजा के समस्त साथिगण
सोमा ठाकुर,हीरा नागरची, शशीकांत साहु,सागर दुल्हानी
सुजीत सिंग, अजय प्रेमचंदानी, संजय जगवानी, ललित ओझा, हरिष, बंटी निहाल, कुमार चंदर बेसरा, राजेन्द्र प्रधान, विश्वनाथ बाग, आनंद नायक, पंकज सोनी, किशन डोंगरी, सागर बाग, चेतन यादव, आलेख बाग, अमित सोनी आदि उपस्थित रहे।