पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने राहुल गांधी द्वारा किये जा रहे छत्तीसगढ़ दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी आवास न्याय योजना के लिये छत्तीसगढ़ आ रहे है जो कि एक बार फिर से जनता के साथ ढोंग है। जब तक राज्य में भाजपा की सरकार रही, तब लक्ष्य के अनुरूप प्रधानमंत्री आवास योजना में छत्तीसगढ की रफ्तार बहुत तेज रही। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही गरीब का हक छीन लिया।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब केन्द्र सरकार ने 16 लाख प्राधानमंत्री आवास स्वीकृत किए, निर्माण के लिए पैसा दिया, तब यह आवास क्यों नहीं बनाए? और पूरे प्रदेश के 12 लाख लोगों से आवास छीनकर अब किस आवास के लिये यात्रा पर निकले हैं राहुल गांधी? जब प्रदेश के 16 लाख परिवार अवास से वंचित थे तब राहुल गांधी को इनकी याद क्यों नहीं आयी? उन्होंने कहा कि जो पार्टी गाय, गोबर में भी भ्रष्टाचार करें उनकी मानसिकता क्या हो सकती है |
ये प्रदेश की सभी जनता भलीभांति समझ चुकी है। कांग्रेस की नीति को जनता अच्छे से समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा विकास के राग अलापती है किन्तु हकिकत यह है कि इन 60 महिनों में 60 कार्य भी नहीं किये है जिसे लेकर जनता के बिच जा सके। राहुल गांधी को अपने ही सरकार से सवाल करना चाहिए कि जिन उम्मीदों के साथ जनता ने सरकार बनाई है, उसे पूरा करने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार ने क्या किया है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने हमेशा से ही प्रदेश के हर वर्गों से छीनने का काम किया है कभी देने का काम नहीं किया है। पूरें पांच सालों तक बेघरों को आवास से वंचित रखा, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया, किसानों को खाद के नाम पर मिट्टी-मुरूम जबरदस्ती थमाया और अब चुनाव की नजदीकी देखकर जनता को एक बार फिर झुनझुना पकड़ाने का काम कर रहे। प्रधानमंत्री आवास योजना का छत्तीसगढ़ को न मिले इसके लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनेक छल- प्रपंच किये और अब आवास देने की बात करके केवल ढोंग कर रहें है।
यह बात प्रदेश की जान चुकी है कि प्रदेश में जो भी विकास कार्य हुए है वे सब केन्द्र की राशी का उपयोग करके हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब कितने भी झुठ की किताब लिख ले किन्तु प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार द्वारा इन पांच सालों में किये भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी और छलावे को नहीं भूल सकती। जनता ने अपना मन बना लिया है कि इस बार कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेकना हैं।