रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने पीएससी घोटाले के परिप्रेक्ष्य में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के फैसले को बेहद अहम और पीएससी की समूची प्रक्रिया में सुधार की दिशा में ठोस व सार्थक पहल की शुरुआत बताया है। बुधवार सुबह रायपुर पहुँचे सूर्या विमानतल पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि वह पहले भाजयुमो के हल्लाबोल और फिर पीएससी घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री निवास के घेराव के लिए आए थे और इस बार मुख्यमंत्री निवास में भारतीय जनता पार्टी को प्रतिस्थापित करने, प्रतिष्ठित करने का संकल्प लेने यहाँ आए हैं।
भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद सूर्या प्रदेश इकाई के ‘परिवर्तन उद्घोष’ कार्यक्रम में शामिल होने राजधानी रायपुर पहुंचे। स्वामी विवेकानंद विमानतल पर उपस्थित पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए श्री सूर्या ने कहा कि इस प्रवास के पहले दो बार छत्तीसगढ़ आने का मौका मिला। पहले रोजगार और बेरोजगारी भत्ते की मांग को लेकर हुए हल्लाबोल आंदोलन और उसके बाद पीएससी घोटाले को लेकर युवा मोर्चा के साथ मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया गया था। श्री सूर्या ने कहा कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ पीएससी में जो घोटाले हुए, उस मुद्दे को भाजयुमो की प्रदेश इकाई ने जोरशोर से उठाया और न्याय मांगने का काम किया।
इसके लिए मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने लाठियाँ खाईँ। उसका प्रतिफल हमें छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय न्याय से मिला। पीएससी में हुई 18 नियुक्ति पर उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। यह निर्णय यह हमारे युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के संघर्ष की जीत है। उच्च न्यायालय के निर्णय से आने वाले समय देश की सभी राज्य सरकारों, चाहे वो छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान या कर्नाटक हो, को पीएससी की समूची प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयानुकूल परिवर्तन लाने का बहुत बड़ा अवसर मिलेगा।