रायपुर। रिमझिम बारिश के बीच सावन के पहले दिन नेताजी सुभाष स्टेडियम परिसर में सांस्कृतिक विवेकानंद उत्कर्ष परिषद द्वारा आयोजित सावन के मड़ई में जुटी महिलाओं ने काफी उत्साह के साथ हिस्सा लिया। वैसे तो डे्रस कोड हरे रंग का था लेकिन रंग-बिरंगी परिधानों में पहुंची महिलाओं का समागम महोत्सव की गरिमा को और बढ़ा रही थीं। सावन के मड़ई महोत्सव के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने सावन के महीने का स्वागत गांव की खेती किसानी से लेकर शहर तक किस प्रकार किया जाता है उल्लेखित करते हुए राज्य में उच्च शिक्षा के स्तर को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान के लिए महिलाओं के योगदान को भी सराहा। श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार उच्च शिक्षा के लिए नई पॉलिसी बना रही है जिसमें किसी भी शहर में कोई निजी कॉलेज खोलने की स्वीकृति चाहता है, यह तब मिलेगा जब दूरस्थ अंचल में वह एक कॉलेज खोलेगा। इसका प्रारूप तैयार हो रहा है। सभापति प्रमोद दुबे एवं विधिक काउंसलर श्रीमती प्रिया राव ने भी मड़ई महोत्सव को संबोधित किया।
सावन के मड़ई का शुभारंभ गायक नवीन सहाय द्वारा गाए गीत जय हो छत्तीसगढ़ मैया..से हुआ। स्वागत भाषण देते हुए सांस्कृतिक विवेकानंद उत्कर्ष परिषद की सचिव श्रीमती दीप्ति प्रमोद दुबे ने बताया कि यह उनके आयोजन का आठवां वर्ष है। राजधानी से सभी धर्मों व वर्गों की महिलाएं इसमें बड़ी संख्या में शामिल होती हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी विविध रूप में करती हैं। रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने समाज सेवा, शिक्षा, चिकित्सा, कानून व अन्य विधा से जुड़ी महिलाओं को उपस्थिति के लिए नगर निगम परिवार की ओर से स्वागत करते हुए धन्यवाद दिया। उन्होने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री उमेश पटेल की राजनीतिक सुचिता व संस्कार का जिक्र करते हुए उन्हे युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत बताया। शासन में मंत्री रहते हुए राज्य के शैक्षणिक स्तर को बढ़ावा देने में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का भी जिक्र किया ।
सावन के मड़ई के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा कौशल विकास तकनीकी एवं रोजगार विज्ञान और प्रौद्योगिकी खेल व नियोजन मंत्री श्री उमेश पटेल ने छत्तीसगढ़ी में अपने उद्बोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि किस प्रकार गांव में खेती किसानी से लेकर शहर में सावन के महीने का उत्साह से स्वागत किया जाता है। श्री पटेल ने अपनी बातें शिक्षा पर केंद्रित रखते हुए कहा कि महिलाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने छत्तीसगढ़ सरकार प्रतिबद्ध है, उन्होने विभिन्न जिलों में शुरू किए गए महिला पालिटेक्निक कालेज का उल्लेख करते हुए कहा है कि यहां पूरा का पूरा स्टाफ महिला है, कालेज के साथ हास्टल की सुविधा भी यहां उपलब्ध करायी गई है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तैयार हो रही निजी कालेजों के लिए नई पॉलिसी का जिक्र करते हुए कहा कि यदि शहर में वे एक कालेज शुरू करते हैं तो दूरस्थ क्षेत्रों में भी उन्हे एक कालेज खोलना होगा। जैसे कि रायपुर में यदि कॉलेज की स्वीकृति चाहते हैं तो उन्हें बस्तर में भी कॉलेज खोलना होगा यह मसौदा तैयार किया जा रहा है। वहीं राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ के कॉलेजों के शैक्षणिक स्तर के बारे में कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षणिक गुणवत्ता जांच करने वाली नैक की टीम ने जांचा है जहां पहले केवल 40 कॉलेज थे आज 180 कॉलेज उस रैकिंग में शामिल हैं, हमारा लक्ष्य 2023 तक इसे शत प्रतिशत करने का है।
विधिक काउंसलर श्रीमती प्रिया राव ने महिलाओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि चाहें तो आप कुछ भी कर सकती हैं। अपना सर्कल ऐसा बनाइए कि सोसाइटी में आपको भी पहचान मिले। सभी में सब कुछ होना संभव नहीं है किसी में कोई अच्छाई है तो किसी के पास कुछ हुनर है। अपने आप को खुश रखिए तो परिवार भी खुश रहेगा। अपने पैरों पर खड़ा होना बहुत जरूरी है। बढ़ते क्राइम पर कहा कि महिलाओं को कानून की सारी जानकारी रखनी चाहिए। कई सारे कानून है जो आपके सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं। अतिथियों का शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह व एक-एक पौधा देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के समापन पर आभार प्रदर्शन परिषद के अध्यक्ष सौरभ तिवारी ने किया। सावन के मड़ई में बहुत ही खुबसूरत सेल्फी जोन भी बनाया गया जहां महिलाएं फोटोग्राफी कर रहीं थीं। इस अवसर पर गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
सावन के मड़ई में हुए आयोजन के परिणाम-
सावन क्वीन – प्रथम – पिंकी राजपूत व द्वितीय गुंजन शर्मा।
गड्डी प्रतियोगिता – प्रथम -करूणा पांडेय व द्वितीय बबीता अग्रवाल
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