ED प्रवर्तन निदेशालय की टीम आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा से पूछताछ कर रही है। ईडी की टीम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भूपिंदर सिंह हुड्डा से पूछताछ कर रही है। ईडी की टीम हरियाणा के मानेसर में भूमि अधिग्रहण में कथित गड़बड़ियों के आरोपों के सिलसिले में उनसे पूछताछ कर रही है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पूरे मामले में ईडी धन शोधन निवारण अधिनियम यानी पीएमएलए के प्रावधानों के तहत 76 वर्षीय हुडा का बयान दर्ज करा रही है। जानकारी के मुताबिक भूपिंदर सिंह हुड्डा सुबह 11.30 बजे दिल्ली में ED मुख्यालय पहुंचे।
जानें क्या है पूरा मामला?
हरियाणा के मानेसर में कथित भूमि अधिग्रहण का ये मामला साल 2004-07 के दौरान का है। जानकारी के मुताबिक अगस्त 2014 में प्राइवेट बिल्डर्स ने हरियाणा सरकार के कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर गुरुग्राम के मानसेर नौरंगपुर और नखड़ौला गांवों के किसानों का भूमि अधिग्रहण कर लिया था। आरोपों के मुताबिक किसानों और भूमि मालिकों से करीब 400 एकड़ जमीन सस्ते दाम में खरीदी गई। इस संबंध में किसानों ने आरोप लगाया था, जिसकी जांच की जा रही है।
आरोप है कि भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डरों को औने-पौने दाम में बेच दिया था। इससे जमीन मालिकों को करोड़ों का नुकसान हुआ। हालांकि अभी तक इस मामले में 108.79 करोड़ रुपये की जमीन अटैच की जा चुकी है। आगे की पड़ताल जारी है।
कितने करोड़ की धोखाधड़ी?
आरोपों के मुताबिक इस भूमि अधिग्रहण मामले में किसानों और भूमि मालिकों के साथ करीब 1,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। आरोपों के मुताबिक एजेंसी ने हरियाणा पुलिस की एफआईआर के आधार पर सितंबर, 2016 में कथित भूमि घोटाला सौदे में पीएमएलए का मामला दर्ज किया था।