Raipur police धीरज साव निवासी ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई जो चिकन ठेला लगाता था, वह पाकिस्तान के किसी खालिद नामक व्यक्ति से जुड़ा है। इन लागों के द्वारा आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन के लोगों को पैसा बैंक के माध्यम से भेजा जाता था। सूचना पर दबिश देकर धीरज साव को पकड़ा और उससे बारिकी से पूछताछ करने पर बताया कि वह मूलतः ग्राम छुट्टू धनवा थाना जमू जिला जमुई बिहार का रहने वाला है और विगत 02 वर्षो से रायपुर में रहा है। वर्ष 2011 में पाकिस्तान से खालिद नामक व्यक्ति के मोबाईल नंबर 923326704863 से फोन आया और कहा कि तुमको पैसा कमाना है तो हमारे साथ जुड़ो, हम जैसा बोलेंगे वैसा करना पड़ेगा तो तुम लाखों रूपए कमा लोगे। इसलिए क्या करना पड़ेगा जिस पर उसने आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में एकाउंट खुलवाने कहा। इस बात की जानकारी धीरज द्वारा अपने मौसेरे भाई श्रवण मण्डल को दिया और कहा तुम जुड़ जाओ बहुत पैसा मिलेगा मैं उसके साथ जुड़ा हुआ हूं। जिससे श्रवण मण्डल सरस्वती नगर आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में एकाउंट खुलवाया एवं इसकी जानकारी पाकिस्तानी खालिद को दिया। खालिद ने उससे कहा कि वह इस एकाउंट में जितना भी पैसा डलवाएगा उसका 13 प्रतिशत हिस्सा काटकर बाकी पैसा राजू खान, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो के एकाउंट में डलवाने के साथ ही उसके बताए अन्य एकाउंट में डाल देना कहा। जिस पर श्रवण कुमार मण्डल के आई.सी.आई.सी.आई. बैंक खाता में अलग – अलग तिथियों में लाखो रूपये जमा कराया गया। श्रवण कुमार मण्डल जमा रकम से 13 प्रतिशत काटकर जुबैर हुसैन, राजू खान एवं आयशा बानो प्रतिबंधित संगठन सिमी एवं इंडियन मुजाहीद्दीन के खातों सहित अन्य खातो में जमा किया।
वर्तमान में धीरज साव, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो रायपुर केन्द्रीय जेल में निरूद्ध है जिनको माननीय न्यायालय द्वारा 10 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है तथा प्रकरण में पप्पू मण्डल एवं राजू खान को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रकरण में आरोपी श्रवण कुमार मण्डल वर्ष 2013 से लगातार फरार था, इसी दौरान श्रवण कुमार मण्डल के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई कि वह सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन का सदस्य है। आरोपी श्रवण कुमार मण्डल मूलतः जमुई बिहार का निवासी है जो दिल्ली में रहकर सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन संगठन के पैसों का लेन-देन में सहयोग करता था। आरोपी धीरज साव एवं अन्य आरोपियों के पुलिस गिरफ्त में आने की जानकारी श्रवण कुमार मण्डल को प्राप्त होने पर वह दिल्ली से कहीं अन्यत्र फरार हो गया था जिसकी पतासाजी के हरंसभव प्रयास किये जा रहे थे।
वर्तमान में रायपुर पुलिस की टीम द्वारा आरोपी श्रवण कुमार मण्डल के झारखण्ड के देवघर में उपस्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री सुखनंदन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला श्री विश्व दीपक त्रिपाठी के मार्गदर्शन व नेतृत्व में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट, चैकी रामनगर (थाना गुढ़ियारी), थाना उरला तथा ए.टी.एस. की संयुक्त टीम झारखण्ड के देवघर रवाना होकर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी श्रवण कुमार मण्डल के निवास स्थान की जानकारी प्राप्त कर उस स्थान के आसपास लगातार कैम्प करते हुए हुलिया एवं वेश भूषा बदलकर छद्म रूप धारण करते हुए रेकी किया गया एवं मौका पाकर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी श्रवण कुमार मण्डल को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
पूछताछ में आरोपी श्रवण कुमार मण्डल ने बताया कि उसके पास पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन से खालिद नामक व्यक्ति का फोन आया था जिसने लाखो रूपये कमाने की बात कहते हुये श्रवण कुमार मण्डल को आई.सी.आई.सी.आई बैंक मंे खाता खोलवाने बोला और कहा कि वह जो भी रकम खाता में आयेगा। उस रकम से 13 प्रतिशत काटकर उसके बताये अन्य खातो में रकम जमा कर देना, कि आरोपी श्रवण कुमार मण्डल अपने मौसेरे भाई धीरज साव के साथ आई.सी.आई.सी.आई बैंक में खाता खुलवाया। खाता में जो भी रकम आता था उसका 13 प्रतिशत काटकर वह खालिद के बताये अनुसार अन्य खातो में जमा कर देता था। इसके साथ ही कोई अज्ञात व्यक्ति भी श्रवण कुमार को नगदी रकम देता था जिसमें वह 13 प्रतिशत काटकर शेष रकम को उनके बतायें बैंक खातों में अपने मौसेरे भाई की मदद से जमा करता था। आरोपी श्रवण कुमार मण्डल के बैंक खाता में लाखों रूपये का लेन-देन है जिसमें उसने अपने मौसेरे भाई धीरज साव के बैंक खाता सहित अन्य लोगों के बैंक खातो में लाखों रूपये जमा किया है तथा धीरज साव को लाखांे रूपये नगद भी दिया है।
ज्ञात हो कि आरोपी श्रवण कुमार मण्डल के विरूद्ध टेरर फण्डिंग मामले में ई.डी. के द्वारा भी मामला पंजीबद्ध किया गया है, जिसमें आरोपी द्वारा अग्रिम जमानत हेतु उच्च न्यायालय में याचिका लगाई गई थी, जिसे उच्च न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया।
आरोपी श्रवण कुमार मण्डल को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 01 नग मोबाईल फोन, आधार कार्ड एवं ड्रायविंग लायसेंस जप्त कर आरोपी को विधिवत् ट्रांजिट रिमाण्ड पर देवघर (झारखण्ड) से रायपुर लाया गया है। आरोपी से इस संगठन में जुड़े अन्य लोगों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रहीं है।
गिरफ्तार आरोपी – श्रवण कुमार मण्डल पिता नरेश मण्डल उम्र 41 साल निवासी जमुई बिहार। हाल पता – वार्ड नं. 27 सैनिक स्कूल के पास बंघा, थाना कुण्डा, जिला देवघर झारखण्ड।
आरोपी को गिरफ्तार करने में नगर पुलिस अधीक्षक उरला श्री विश्व दीपक त्रिपाठी, चैकी प्रभारी रामनगर (थाना गुढ़ियारी) से उपनिरीक्षक गुरविन्दर सिन्धु, एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट से प्र.आर. राधाकांत पाण्डेय, संदीप दीक्षित, आर. राहुल शर्मा, थाना उरला से आर. राजेश यादव तथा ए.टी.एस. से आर. पी. किशोर की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।