छत्तीसगढ़ के साईं भक्तों का समर्थन साईं पीकरी धाम टेका को धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने के लिए मिल रहा है। गरियाबंद जिले के राजिम तहसील स्थित छोटे से गांव टेका में सदियों पहले साईं बाबा आए थे और कुछ दिनों तक वहां ठहरे। बाद में अचानक गायब हो गए, तब से ग्रामवासी उन्हें ग्राम देवता के रूप में पूजते हैं। साईं बाबा के द्वारा लगाए गए पीपल के वृक्ष को छत्तीसगढ़ी में ‘पीकरी’ कहा जाता है, जिसके कारण यह स्थान ‘साईं पीकरी’ के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
साईं बाबा और भारतीय धर्म गुरु पूज्य गुरुदेव चन्द्र भानु सतपथी के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए, साईं पीकरी धाम टेका के चरण सेवक मोहन ठाकुर की सेवा, भक्ति और बाबा के प्रति सच्चे प्रेम के कारण यह स्थान कम समय में ही दुनिया भर में चर्चित हो गया। साईं भक्त मोहन ठाकुर ने साईं प्रेरणा से इस स्थान को धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग लंबे अरसे से की है।
साईं भक्त मोहन ठाकुर इस मांग को पूरा कराने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी साईं भक्तों और नागरिकों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। इसी क्रम में, 30 मई 2024, गुरुवार को उन्होंने राजधानी रायपुर के प्रमुख साईं मंदिरों का दौरा किया। उन्होंने शिरडी साईं दरबार रायपुरा में जाकर साईं बाबा की पूजा-अर्चना की और सभी भक्तों में पाम्पलेट वितरण किया। उन्होंने रायपुरा साईं परिवार के प्रमुख दीपक शर्मा से भी मुलाकात की।
मोहन ठाकुर का यह दौरा छत्तीसगढ़ के साईं भक्तों के बीच जागरूकता बढ़ाने और समर्थन जुटाने के उद्देश्य से किया गया, ताकि साईं पीकरी धाम टेका को धार्मिक पर्यटन स्थल का दर्जा मिल सके। सभी साईं भक्तों ने इस पहल का समर्थन किया और आशा जताई कि जल्द ही यह मांग पूरी होगी।