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आंध्र प्रदेश \ आंध्र प्रदेश में चंद्राबाबू नायडू ने आज चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। विजयवाड़ा के केसरपल्ली आईटी पार्क में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें गले लगाकर बधाई दी। इस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, तेलंगाना बीजेपी के नेता जी. किशन रेड्डी, रामदास अठावले, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू, नितिन गडकरी, अनुप्रिया पटेल, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, और अभिनेता चिरंजीवी और रजनीकांत शामिल हुए। चंद्राबाबू नायडू ने सबसे पहले पद और गोपनीयता की शपथ ली।
पवन कल्याण ने भी मंत्रिपद की शपथ ली है और उनका डिप्टी सीएम बनना तय माना जा रहा है। पवन कल्याण ने 2014 में जनसेना पार्टी का गठन किया था और इस बार उन्होंने बीजेपी और टीडीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। उनकी पार्टी ने 21 विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, और सभी सीटों पर उनके उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।
नारा लोकेश भी कैबिनेट मंत्री बने हैं, जिससे नायडू सरकार को और मजबूती मिलेगी।
74 साल के चंद्राबाबू नायडू भारतीय राजनीति के उन चंद नेताओं में से हैं, जिन्होंने अपनी एक विशिष्ट कार्यशैली विकसित की है। उनका जन्म आंध्र प्रदेश के तिरुपति के पास नरवरिपल्ली गांव में एक किसान परिवार में हुआ। पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े चंद्राबाबू ने पास के शेषपुरम के सरकारी स्कूल से पांचवीं और चंद्रगिरि के सरकारी स्कूल से बारहवीं तक की पढ़ाई पूरी की।
तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आर्ट्स से स्नातक करते समय उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा। 1972 में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और स्नातकोत्तर की पढ़ाई जारी रखी। 1974 में प्रोफेसर डा. डीएल नारायण के मार्गदर्शन में उन्होंने प्रोफेसर एनजी रंगा के आर्थिक विचारों पर अपनी पीएचडी पर काम शुरू किया, लेकिन पीएचडी पूरी नहीं की। शुरुआती जीवन में वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।